प्रयागराज । महाकुंभ 2025 के दृष्टिगत कराए जा रहे विभिन्न कार्यों में से कई कार्यों का औचक निरीक्षण मण्डलायुक्त विजय विश्वास पंत द्वारा किया गया। उन्होंने सर्वप्रथम परेड ग्राउंड पर बनाए गए पीडब्ल्यूडी स्टोर का निरीक्षण करते हुए महाकुंभ के दृष्टिगत पांटून पुल बनाने हेतु विभाग के पास आवश्यकता के सापेक्ष स्टॉक, जिसमें बोल्ट, रोप्स, जॉइंट, पोंटून, चेकर्ड प्लेट्स इत्यादि सम्मिलित हैं, की उपलब्धता के बारे में आवश्यक जानकारी ली। साथ ही स्टोर कीपर द्वारा बनाए गए स्टॉक रजिस्टर में की जा रही एंट्रीज का भी अवलोकन किया।
एंट्रीज में कई जगह त्रुटि पाए जाने पर, एंट्रीस के सापेक्ष रजिस्टर में किसी का साइन न होने पर तथा महाकुंभ के दृष्टिगत मंगवाए जा रहे स्टॉक की एंट्रीज भी संबंधित रजिस्टर पर न पाए जाने पर उन्होंने मुख्य अभियंता पीडब्ल्यूडी को सभी पुरानी एंट्रीज को सुव्यवस्थित कराते हुए नई एंट्रीज़ डेली बेसिस पर अपडेट कराने के निर्देश दिए। साथ ही सभी एंट्रीज़ का सत्यापन सीनियर विभागीय अधिकारियों से निरंतर कराने तथा स्टोर का निरीक्षण डेली बेसिस पर जेई/एई से कराने, वीकली बेसिस पर एस ई से कराने एवं माह में एक बार उनके द्वारा स्वयं करने के निर्देश दिए।
मण्डलायुक्त ने हनुमान मंदिर कॉरिडोर के कार्यों का भी निरीक्षण किया तथा मौके पर विकास प्राधिकरण
के उपस्थित अधिकारी एवं ठेकेदार से कार्यों की प्रगति एवं गुणवत्ता संबंधित जानकारी ली। कॉरिडोर स्ट्रक्चर को खड़ा करने हेतु पाइलिंग के कार्य की प्रगति धीमी पाए जाने पर उन्होंने संबंधित अधिकारियों को मैन पावर बढ़ाते हुए उसे और तेजी से करने के निर्देश दिए। पूछे जाने पर कि कार्यों की प्रगति अपेक्षा के अनुसार क्यों नहीं हैं, संबंधित अधिकारियों ने अवगत कराया कि कई स्थानों पर कीचड़ होने के कारण दिक्कत आ रही है।
अक्षयवट कॉरिडोर का भी औचक निरीक्षण किया गया एवं निरीक्षण के दौरान वहां पर भी कार्यों की प्रगति धीमी पाई गई। लेबरों की संख्या के साथ-साथ पत्थर की नक्काशी हेतु स्पेशलाइज्ड लेबर की संख्या भी कम पाई गई। इस पर उन्होंने सम्बंधित ठेकेदार एवं रक्षा विभाग के इंजीनियर को कार्यों को हर हाल में 31 अक्तूबर तक पूर्ण कराने हेतु डेली प्रगति समीक्षा करने के निर्देश दिए। साथ ही उन्हें यह भी आश्वासन दिया यदि उन्हें किसी भी स्तर पर प्रशासनिक सहायता की आवश्यकता पड़ती है तो वो निसंकोच कह सकते हैं, उन्हें यथासंभव हर तरह का सहयोग मिलेगा।
महाकुंभ मेले की सन्निकटता को देखते हुए मंडलायुक्त ने सभी विभाग के अभियंताओं एवं प्रशासनिक अधिकारियों का अगले 3 माह के लिए व्यक्तिगत कार्यों से शहर के बाहर जाना निषिद्ध कर दिया है। यदि अपरिहार्य व्यक्तिगत कार्यों से शहर के बाहर जाना हो तो अनिवार्य रूप से मेला अधिकारी की अनुमति लेनी होगी।