टी-20 विश्वकप के सेमीफाइनल में हार के बाद हार्दिक पंड्या की कप्तानी में भारत की युवा टीम शुक्रवार से वेलिंगटन में शुरू होने वाली तीन टी-20 मैचों की सीरीज में छाप छोड़ने को बेताब होगी। भारतीय टीम ने पिछले दो वर्ष में टी-20 प्रारूप के दो विश्वकप खेले हैं लेकिन गलतियों से सबक नहीं सीखा है। साल 2021 में यूएई में हुए विश्वकप में टीम पहले दौर में बाहर हो गई थी। अब ऑस्ट्रेलिया में हुए टी-20 विश्वकप में टीम सेमीफाइनल में दस विकेट से हारकर खिताब पर कब्जा करने से वंचित रह गई।
शीर्ष क्रम आक्रामक खेल दिखाने में विफल रहा। पिछले नौ वर्ष से टीम आईसीसी की कोई ट्रॉफी नहीं जीत पाई है। टी-20 का अगला विश्व कप अभी दो वर्ष दूर है, ऐसे में युवाओं को मौका देने के लिए पर्याप्त समय भी है। इस सीरीज में नियमित कप्तान रोहित शर्मा को विश्राम दिया गया है। हेड कोच राहुल द्रविड़ को भी इस दौरे में सफेद गेंद से खेले जाने में सीमित ओवरों के छह मैचों में आराम दिया गया है।
कार्यवाहक कोच वीवीएस लक्ष्मण ने संकेत दिया है कि आधुनिक खेल की जरूरतों को देखते हुए टीम प्रबंधन टी-20 के विशेषज्ञ क्रिकेटरों को ही मौका देना चाहता है। हालांकि अगले वर्ष होने वाले वनडे विश्वकप को देखते हुए बाद में फोकस बदल सकता है। भारतीय टीम तीन टी-20 यहां खेलेगी और वनडे विश्वकप से पहले नौ और मुकाबलों में उतरेगी।