प्रयागराज। बमरौली में भारतीय और म्यांमार वायु सेना के बीच तीन दिन तक चलने अभ्यास के दूसरे दिन राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन एजेंसी के मेजर जनरल वी.के नाइक और वायु सेना के बीएसडी कुमार, सुनामी नायक ने प्रतिभागियों के साथ बातचीत की और एचएडीआर संचालन में अपने संबंधित अनुभव साझा किए।
रक्षा विभाग के विंग कमांडर व जनसम्पर्क अधिकारी शैलेन्द्र पाण्डेय ने बताया कि वायु सेना स्टेशन बमरौली में बुधवार को चल रहा अभ्यास एचएडीआर (मानवीय सहायता और आपदा राहत) की थीम में है और म्यांमार वायु सेना के बीस प्रतिभागियों का प्रतिनिधित्व करता है। एमएएफ और आईएएफ प्रतिनिधियों की एक समान संख्या है। उन्होंने बताया कि इस अभ्यास का नाम एक्स-कुनेपर 2020 (कुन्नरपर का अर्थ है म्यांमार की भाषा में ’सहायता’) है।
उन्होंने बताया कि आईएएफ के प्रतिनिधि ने एचएडीआर ऑपरेशन मैत्री (नेपाल भूकंप) और ऑपरेशन राहत (केदारनाथ बाढ़) पर प्रस्तुति दी और राहत कार्यों से संबंधित पहलुओं पर चर्चा की। दोनों पक्षों ने अपनी खोज और बचाव मिशन प्रक्रियाओं को साझा किया और आपदाओं के दौरान संयुक्त रूप से मिशन को अंजाम देने पर विचार-विमर्श किया। उन्होंने राहत बलों की त्वरित तैनाती और राहत सामग्री के प्रभावी वितरण के लिए तंत्र पर विचार-विमर्श किया। दोनों पक्षों ने नश्वर अवशेषों के प्रबंधन के लिए तैयार तंत्र पर चर्चा की, प्राथमिक उपचार और विशेष उपचार सहित हताहतों की संख्या। वास्तविक परिदृश्य में एचएडीआर मिशन के प्रभावी और तेजी से निपटने के लिए दोनों पक्षों पर सम्पर्क विवरण साझा किए गए थे।