भारतीय रेलवे के विकास यात्रा में कोर का अमूल्य योगदान

 प्रयागराज । भारतीय रेलवे के विकास यात्रा में केंद्रीय रेल विद्युतीकरण संगठन, प्रयागराज ब्रॉड गेज रूटों का शत-प्रतिशत विद्युतीकरण की दिशा में नित-निरन्तर सोपान रच कर अहम भूमिका निभा रहा है उसी विकास यात्रा के अहम कड़ी के रूप में कोर की जयपुर परियोजना ने उत्तर पश्चिम रेलवे के जयपुर मण्डल के रींगस-सीकर-झुन्झुनू (119.95 RKM) सेक्शन का  05.01.2022 एवं दिनांक 06.01.2022 को विद्युतीकरण कर सीआरएस निरीक्षण का कार्य सफलता पूर्वक पूर्ण करा कर एक महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल किया है।
अब यह महत्वपूर्ण रेल खण्ड, रींगस से सीकर और सीकर से लोहारु विद्युतीकृत होने पर बीकानेर से लोहारु होते हुए दिल्ली तक विद्युत कर्षण पर गाड़ियाँ चल सकेंगी। इससे माल यातायात और यात्री यातायात सुगम होगा। रींगस यार्ड फुलेरा-रेवाड़ी और जयपुर-सीकर रेल खण्ड के बीच संपर्क में एक बहुत ही महत्वपूर्ण जंक्शन है, इसलिए रींगस यार्ड के माध्यम से फुलेरा-रेवाड़ी और जयपुर-सीकर खंड के बीच सभी रेल यातायात के लिए कर्षण परिवर्तन से बचा जा सकेगा जिससे परिचालन समय में काफी बचत होगी और परिचालन में तीव्रता भी आयेगी तथा राजस्थान के प्रमुख पर्यटन स्थलों पर रेल द्वारा आने-जाने वाले पर्यटकों एवं दैनिक यात्रियों को काफी सुविधा होगी।
स्वच्छ पर्यावरण के लिए संकल्पित शून्य कार्बन उत्सर्जन के मिशन के साथ भारतीय रेल को हरित रेल बनाने की राह पर केंद्रीय रेल विद्युतीकरण संगठन, अहम भूमिका निभा रहा है।
कोर के महाप्रबन्धक  यशपाल सिंह ने जयपुर परियोजना की इस उपलब्धि पर खुशी जताते हुए कहा कि कोर ब्रॉड गेज रेल मार्गों के पूर्ण विद्युतीकरण करने के लक्ष्य की ओर निरन्तर अग्रसर हैं, उसी दिशा में यह एक महत्वपूर्ण कदम है।

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