भारतीय अर्थव्यवस्था को गति देता केंद्रीय रेल विद्युतीकरण संगठन

प्रयागराज । भारत सरकार की महत्वाकांक्षी योजना को पंख लगाने का काम केंद्रीय रेल विद्युतीकरण संगठन प्रयागराज की चेन्नई परियोजना ने दक्षिण रेलवे के तिरुचिरापल्ली जंक्शन से कराइक्कुडी जंक्शन (90 RKM) खण्ड का विद्युतीकरण कार्य पूर्ण करने के उपरान्त  17.02.2022 को सीआरएस निरीक्षण का कार्य सफलता पूर्वक पूर्ण कर एक महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल किया है, जो ब्रॉड गेज रूट का शतप्रतिशत विद्युतीकरण कार्यक्रम की अहम कड़ी है।
इस महत्वपूर्ण लिंक तिरुचिरापल्ली जंक्शन से कराइक्कुडी जंक्शन के विद्युतीकरण होने से अब तिरुचिरापल्ली जंक्शन-मानामदुरै-विरुदुनगर जंक्शन तक का रेल मार्ग माल ढुलाई एवं सवारी गाड़ियों के लिए पूर्ण रूप से विद्युतीकृत रेल मार्ग हो गया है। तिरुचिरापल्ली जंक्शन और मदुरै जंक्शन डबल रेल लाइन के विद्युतीकृत होने से मदुरै जंक्शन से मझदिया जंक्शन के बीच व्यस्त रेल ट्रैफिक का लोड कम हो जाएगा। वर्तमान में पुडुकोट्टई स्टेशन पर प्रतिमाह तीन रैक माल गाड़ी की अनलोडिंग की जाती है, तथा चेट्टीनाड स्टेशन पर प्रतिमाह चार रैक माल गाड़ियों की लोडिंग एवं अनलोडिंग की जाती है। तिरुचिरापल्ली जंक्शन से कराइक्कुडी जंक्शन के बीच सभी ट्राफिक के लिए ट्रैक्शन परिवर्तन से बचा जा सकेगा जिससे समय की काफी बचत होगी और परिवहन में तीव्रता आयगी जिससे सड़क यातायात पर दबाव कम होने के साथ पर्यावरण का संरक्षण भी होगा और भारतीय उत्पाद देशी विदेशी बाजार की प्रतिस्पर्धा में टिकेंगे, जिससे व्यापार भी बढ़ेगा।
स्वच्छ पर्यावरण के लिए संकल्पित शून्य कार्बन उत्सर्जन के साथ भारतीय रेल को हरित रेल बनाने की राह पर केंद्रीय रेल विद्युतीकरण संगठन प्रयागराज, अहम भूमिका निभा रहा है।
कोर के महाप्रबन्धक  यशपाल सिंह, ने चेन्नई परियोजना की उपलब्धि पर खुशी जताते हुए कहा कि कोर ब्रॉडगेज रेल-मार्गों को दिसम्बर 2023 तक पूर्ण रूप से विद्युतीकृत करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।

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