मुगलो की तारीफ में लिखे
झूठे इतिहास के सारे पन्ने
फाड़ दो,
आवो सब मिलकर
के यारो अब सत्य सदाचार
और धर्म सनातन कि पहचान
का भगवा झंडा गाड़ दो,,,,,,2
अब तक जो दरबारी व चाटूरकार इतिहासकारो
ने लिखे इतिहास उन सब
इतिहास के सारे झूठे बकवास
के पन्नों को आओ मिलकर फाड़ दो,
हिन्द देश की आन बान व शान मे मिलकर आवो भगवा झंडा गाड़ दो,,,,,,2
बाबर हुमायूँ और खिल्जी
सारी सच्चाई अब सभी को
बताना होगा , अकबर ओरंगजेब जैसे दुर्दान्त इन
दरिन्दों के मुखड़े पर जो गला हुवा हैं झूठा मुखोंटा आवो मिलकर हिन्द के शेरो सब उसे उनके मुख से उतार दो, भगवा झण्डा गाड़ दो,,,,,2
दुर्दान्त इन मुगल हत्यारो की
नामा वली मिटाना होगा ,
इनके नाम के सभी सड़को
व गांव शहर का नया नामकरण
करवाना होगा , ईन दरिन्दों का
नाम हर जगह से फाड़ दो
आवो मेरे सभी सनातनियो
मिलकर भगवा झण्डा गाड़ दो,,,,,2
सत्य क्या हैं इन दुराचारियो का
ये नई पीढ़ी को बताना होगा ,
शीशगंज गुरु द्वारे की सारी
कहानी सुनाना होगा , इन धोखेबाज मुगलों की गन्दी
करतूत व कुकर्मो की सारी
दस्ता आज की युवा पीढ़ी
को पढ़ाना होगा , इनका नाम
जहां भी हो हिन्द में हर जगह से
उखाड़ दो आवो मेरे देशवाशियो
अब भगवा झण्डा गाड़ दो,हा भगवा झण्डा गाड़ दो,,,,,2
कवी : रमेश हरीशंकर तिवारी
( रसिक बनारसी )