भगवान के निर्गुण व सगुण रूप में कोई भेद नहीं – व्यास राजेंद्र

प्रयागराज  l श्री नव संवत्सर मानस समिति प्रयागराज द्वारा मां कल्याणी देवी परिसर में नवरात्रि के पावन पर्व पर आयोजित श्री राम कथा में बोलते हुए मानस मर्मज्ञ व्यास राजेंद्र जी ने बताया कि भक्तों के बुलाने पर भगवान आते हैं और भक्तों के संकट दूर करते हैं। निराशाओं के श्रण में भगवान की कथाओं में वर्णित सूत्र मन को शांति शक्ति और चेतना प्रदान करते हैं। पूज्य व्यास  ने बताया निगुन्ही सगुन्ही नहि कछु भेदा निर्गुण व सगुण रूपो में जिसको जो स्वरूप पसंद हो उसी स्वरूप की आराधना करें। जब भगवान अपने गुणों को रूप में प्रकट करते हैं तो साकार हो जाते हैं, भगवान के प्रति श्रद्धा निष्ठा होनी चाहिए।
व्यास  राजेंद्र  ने श्री राम चरित्र मानस का उदाहरण देते हुए निराकार स्वरूप का वर्णन करते हुए बताया बिनु पगचलइ सुनइ बिनु काना। कर बिनु कर्म करइ विधि नाना।। बताया कि ईश्वर बिनु वाणी वक्ता बड़ जोगी है। इसी प्रकार भक्ति निष्ठा व समर्पण राष्ट्र धर्म के प्रति रखेंगे तो हम विश्व गुरु का गौरव पाने वाले देश के नागरिक होंगे। व्यास राजेंद्र  ने बताया कि हमें गुरु की सांसों में जीना चाहिए। गुरु के बताए मार्ग से ही दशरथ जी को 4 पुत्र हुए भगवान राम जी उनमें से एक हैं। गीत भजन व लोकगीतों के माध्यम से मनमोहक वाद्य यंत्रों के बीच भीराम के जन्म का प्रकरण सुनाया और भगवान के जन्म पर टॉफी बिस्कुट व प्रसाद वितरित किया गया।
उक्त अवसर पर एचoडीoएफoसी के उत्तर भारत के प्रमुख अधिकारी  मनीष टंडन, भाजपा महानगर जिला अध्यक्ष  गणेश केसरवानी, महामंत्री कुंज बिहारी मिश्रा ने आरती किया एवं पवन केसरवानी, राजेश केसरवानी, लक्ष्मण सिंह ने प्रसाद वितरित किया। समिति के संयोजक पंडित सुशील पाठक ने बताया की राम कथा, देवी मां का श्रृंगार व शतचंडी महायज्ञ 10 अप्रैल तक चलेगा।

Related posts

Leave a Comment