कर्नाटक के कुछ हिस्सों में भारी बारिश ने जमकर कहर ढहाया है। शनिवार को तेज बारिश के कारण बेंगलुरु के नाले भी उफान पर हैं। पुलिस के मुताबिक एक 24 साल का लड़का नाले में बह गया उसका पता लगाने के लिए तलाशी अभियान जारी है। वहीं बारिश में घर की दीवार गिरने से एक महिला की भी मौत हो गई।
मोटरसाइकिल को हटाने गया था युवक नाले में गिरा
कर्नाटक फायर एंड इमरजेंसी सर्विसेज के अधिकारी रवि प्रकाश ने कहा कि हमें शनिवार दोपहर करीब 1.30 बजे घटना के बारे में जानकारी मिली कि एक व्यक्ति नाले में गिर गया है। हमें बताया गया कि शिवमोग्गा का एक सिविल इंजीनियर मिथुन तेज नाले के पास खड़ी अपनी मोटरसाइकिल को हटाने गया था। जब वह बाइक ले जा ही रहा था कि वह फिसल गया और नाले में गिर गया और वह बह गया।
अभी तक कुछ अता पता नहीं
आगे अधिकारी ने बताया कि युवक के दोस्तों और कुछ पड़ोसियों ने उसे बचाने की कोशिश की, लेकिन वे असफल रहे। स्थिति की भयावहता को महसूस करते हुए, हमने अपनी टीमों को स्थान पर भेजा और लोगों के अनुरोध पर, हमने एसडीआरएफ और बाद में एनडीआरएफ (राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल) को तैनात किया। हम रात भर तलाश करते रहे और तलाश अब भी जारी है।
उन्होंने बताया कि एनडीआरएफ और एसडीआरएफ के करीब 100 अधिकारी फिलहाल युवक की तलाश कर रहे हैं। जल प्रवाह को देखते हुए उसको होसकोटे झील की तरफ खोज रहे हैं। हमारी टीमों ने कल रात कई स्थानों की तलाशी ली थी लेकिन अब झील में देख रहे हैं।
नाले काफी खतरनाक
कर्नाटक अग्निशमन और आपातकालीन विभाग के बचाव विशेषज्ञों के अनुसार, तेज बहाव वाले नाले में बह गए किसी व्यक्ति के मिलने की उम्मीद बहुत कम है क्योंकि इन नालों के अंदर की स्थिति जानलेवा है यहां बहुत कीचड़ है जिसमें लोग धंस जाते हैं। आगे उन्होंने कहा कि इन नालों के अंदर जहरीली गैस हैं। श्वास तंत्र के बिना प्रवेश करना संभव नहीं है। अधिकांश नालों का रखरखाव वर्षों से नहीं किया गया है, और उनमें इतना कचरा है कि अगर किसी बच्चे का शरीर उसमें पूरी तरह दफन हो जाता है, तो भी हम उसे नहीं देख पाएंगे।
घर की दीवार गिरने से महिला की मौत अन्य घायल
एक अन्य घटना में शनिवार देर रात हुई बारिश में घर की दीवार गिरने से एक महिला की मौत हो गई। महादेवपुरा थाने में मामला दर्ज कर लिया गया है। 60 वर्षीय मुनियाम्मा जो कावेरी नगर की निवासी थी, बारिश के कारण उसके घर की दीवार गिरने से तुरंत मौत हो गई। वह इलाके की एक फैक्ट्री में काम करती थी। घटना में उसका बेटा और बहू घायल हो गए।
तेज बारिश के कारण बेंगलुरु के कुछ इलाकों में पानी भर गया है और कम से कम 150 घरों में पानी घुस गया है। शहर के होरमावु इलाके में साई लेआउट सबसे बुरी तरह प्रभावित क्षेत्रों में से एक है। अधिकारियों ने कहा कि कई लोग अपने घरों के अंदर फंस गए हैं क्योंकि बारिश के पानी ने उनके घरों में घुटनों तक पानी भर गया है।