बायोवेद में जुटे कृषि वैज्ञानिक, औषधीय खेती पर दिया जोर

प्रयागराज। बायोवेद कृषि एवं तकनीकी अनुसंधान केंद्र मोहरब में मंगलवार को औषधीय खेती पर जोर देते हुए किसानों को जागरूक किया गया। बड़ी संख्या में जुटे किसानों को औषधीय महत्व के सगंधीय पौधों के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई। बताया गया कि कम मेहनत और कम लागत से किसानों को भरपूर लाभ उठाना चाहिए। बतौर डॉo कुमुद दुबे ने औषधीय खेती के बारे में कई महत्त्वपूर्ण टिप्स दिए।सीएसआईआर सीमैप के मुख्य वैज्ञानिक परियोजना प्रमुख डॉo बीरेंद्र कुमार ने राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन के अंतर्गत जिले के चयनित तीन गंगा ग्रामों का उल्लेख किया। बताया कि श्रृंगवेरपुर, ककरा उपरहार तथा लाक्षागृह के उत्थान एवं सुंदरीकरण के उद्देश्य के मद्देनजर राष्ट्रीय औषधीय पादप बोर्ड द्वारा वित्त पोषित परियोजनाओं के बारे में विस्तार से जानकारी दी। संस्थान के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉo नरेंद्र कुमार ने संरक्षण के विषय में बताया। कहा कि राष्ट्रीय औषधीय पादप बोर्ड नई दिल्ली और सीएसआईआर सीमैप के वित्तीय सहयोग से यह पहल न सिर्फ अविरल गंगा को प्रदूषण मुक्त बनाएगी बल्कि इन औषधीय पौधों के प्रसार हेतु पादप सामग्री उपलब्ध कराने में भी सक्षम होगी उन्होंने कहा कि इस एक दिवसीय जागरूकता कार्यक्रम का सार्थक संदेश दूर तक जाना चाहिए। सीमैप के वरिष्ठ प्रधान वैज्ञानिक डॉo राजेश कुमार वर्मा ने तुलसी तथा सुगंधित घासो की विभिन्न प्रजातियों की खेती और इससे संबद्ध कृषि प्रौद्योगिकी के विषय में विस्तार से जानकारी दी। इस अवसर पर संस्थान के प्रधान वैज्ञानिक आरएस वर्मा, एसएस त्रिपाठी, जेपी श्रीवास्तव आदि ने भी विचार रखे। जादूगर अशोक शुक्ला के जादू ने लोगों को मंत्र मुग्ध किया। संचालन डॉo राकेश कुमार ने किया।
बायोवेद के निदेशक डॉo बृजेशकांत द्विवेदी ने आगंतुकों आभार व्यक्त किया।

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