अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन के थिंक टैंक सेंटर(निजी कार्यालय) जिसे वह कभी-कभी ऑफिस के रूप में इस्तेमाल करते हैं, उसमें कुछ गुप्त दस्तावेज पाए गए हैं। व्हाइट हाउस ने बताया, ये दस्तावेज उस समय के हैं जब जो बाइडन बराक ओबामा के शासन में उपराष्ट्रपति हुआ करते थे।
दस्तावेज सामने आने के बाद उन्हें राष्ट्रीय अभिलेखागार को सौंप दिया गया है। बाइडन के विशेष वकील रिचर्ड सॉबर ने बताया, न्याय विभाग इन दस्तावेजों की जांच कर रहा है और राष्ट्रीय अभिलेखागार उसमें सहयोग भी कर रहा है।
2017 से 2020 तक हुआ कार्यालय का इस्तेमाल
सॉबर ने कहा, ये दस्तावेज तब सामने आए हैं, जब राष्ट्रपति बाइडन के निजी वकील पेन बाइडन सेंटर में कार्यालय की जगह खाली करने की तैयारी कर रहे थे और फाइलों को पैक कर रहे थे। अमेरिकी राष्ट्रपति ने 2017 से 2020 तक इस स्थान का उपयोग अपने कार्यालय के लिए किया। सॉबर ने कहा, दस्तावेज सामने आने के अगले ही दिन राष्ट्रीय अभिलेखागार ने उन्हें अपने कब्जे में ले लिया था।
विपक्ष ने शुरू की आलोचना
मामला सामने आने के बाद राष्ट्रपति जो बाइडन के विपक्षी नेताओं ने उनकी आलोचना शुरू कर दी है। पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बेटे जूनियर ट्रंप ने एक ट्वीट में कहा, हमें महीनों तक बताया गया कि महाभियोग के लिए देशद्रोही आधार है और इसके लिए मृत्युदंड भी है। फिर भी मुझे पता है कि कुछ नहीं होगा। इसके अलावा सीनेटर मार्शा ब्लैकबर्न ने कहा, यह पता चला है कि जो बाइडन के निजी कार्यालय में कुछ गुप्त दस्तावेज पाए गए हैं। वे वहां क्यों थे? न्याय विभाग इन दस्तावेजों की तलाश क्यों नहीं कर रहा था? और उन दस्तावेजों तक किसकी पहुंच थी? रिपब्लिकन ट्रॉय नेहल्स ने कहा, जो बाइडन के उप-राष्ट्रपति काल के गुप्त दस्तावेज उनके निजी कार्यालय में मिले। एफबीआई कब उनके घर पर छापा मारेगी?