प्रयागराज। बसंत पंचमी के अवसर पर गुरूवार को उत्तर प्रदेश के विद्या भारती समस्त अधिकतर शिक्षण संस्थानों में वाग्देवी सरस्वती की विधि विधान से पूजा की गयी। इस अवसर पर लोगों ने होलिका लगाना भी प्रारम्भ कर दिया।
विद्या भारती से सम्बद्ध समस्त विद्यालयों सहित अन्य कई विद्यालयों में बसंत पंचमी के मौके पर माता सरस्वती की विधि विधान से पूजा हुई। प्रयागराज में सिविल लाइंस स्थित प्रो. राजेन्द्र सिंह रज्जू भैया शिक्षा प्रसार समिति द्वारा संचालित ज्वाला देवी इंटर कालेज में आज सरस्वती पूजन का कार्यक्रम बडे़ हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। इस अवसर पर विद्यालय के छात्रों एंव आचार्यों ने वैदिक मंत्रोच्चार द्वारा माॅ सरस्वती के समक्ष पूजन एवं अर्चन किया। विद्यालय के प्रधानााचार्य युगल किशोर मिश्र ने हवन-पूजन किया।
इसी प्रकार रानी रेवती देवी इण्टर कालेज, राजापुर, ज्वाला देवी इण्टर कालेज गंगापुरी, माधव ज्ञान केन्द्र इंटर कालेज खरकौनी नैनी में भी सरस्वती पूजन का कार्यक्रम सोल्लास पूर्वक मनाया गया। समसत विद्यालयों में प्रबंधक, प्रधानाचार्य एवं आचार्य बन्धु कार्यक्रम में सम्मिलित होकर माता सरस्वती के चित्र पर दीप प्रज्ज्वलन एवं हवन व पूजन कर उनकी आराधना की।
गौरतलब है कि बसंत पंचमी का त्योहार हर साल माघ मास में शुक्ल पक्ष की पांचवी तिथि को श्रद्धा के साथ मनाया जाता है। मान्यता है कि इस दिन ज्ञान-विज्ञान, संगीत, कला और बुद्धि की देवी माता सरस्वती का जन्म हुआ था। इसलिए बसंत पंचमी के दिन खास तौर पर देवी सरस्वती की पूजा की जाती है। पौराणिक मान्यता के अनुसार माता सरस्वती ने ही संसार में सभी प्राणियों को वाणी का दान दिया था। इसीलिए भगवान कृष्ण ने माता सरस्वती को आशीर्वाद दिया था कि माघ माह की शुक्ल पक्ष पंचमी के दिन सभी उनकी पूजा करेंगे। बता दें कि भारत के प्रमुख पर्व होली की औपचारिक शुरुआत भी बसंत पंचमी के दिन से ही हो जाती है। इसी दिन से लोग होलिका लगाना प्रारम्भ कर देते हैं।