बसंत पंचमी नवीन सृजन का आधार स्वामी कृष्णानंद जी महाराज

प्रयागराज । पूज्य सद्गुरुदेव स्वामी कृष्णानंद जी महाराज के सानिध्य में सद्विप्र समाज सेवा शिविर में श्रीमती मंजू रानी चौहान न्यामूर्ति उच्च न्यायालय इलाहाबाद एवं   कल्प राज सिंह लोकसेवा आयोग सदस्य की अध्यक्षता में   भव्य दीक्षा हवन एवं दिव्य भंडारा का आयोजन किया गया । इस अवसर पर माघ मेला में पूज्य गुरुदेव ने बसंत पंचमी की  महत्ता पर प्रकाश डालते हुए कहा कि यह पर्व नवीनता का प्रतीक है जहां पतझड़ रूपी अशुद्ध मन  को आत्मिकता की ओर ले जाते हुए सुंदर फल का सृजन करता है अर्थात् परमात्मा की ओर ले जाता है। पूज्य गुरुदेव ने कहा कि हमें तन मन धन से गुरु की सेवा करनी चाहिए उसके दिए गए निर्देशों पर चलना चाहिए और कभी भी गुरू की निंदा नहीं करना चाहिए। हमेशा प्रभु भजन में रहना चाहिए तभी जीवन सार्थक होगा । इस कार्यक्रम में आचार्य कुणाल स्वामी एवं आचार्य जनेश्वर स्वामी तथा रामू बाबा ने भी ने बसंत पंचमी एवं माघ मेला कल्पवास पर प्रकाश डाला।  उक्त सूचना शिव संचालक वीरभद्र प्रताप सिंह ने दी। गुरू सेवा में आकाश, आशीष, शरद, विजय लगे रहते हैं।

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