फिल्म अभिनेत्री व रामपुर की पूर्व सांसद जयाप्रदा पर अभद्र टिप्पणी करने के मामले में बुधवार को सुनवाई नहीं हो सकी। अधिवक्ताओं की हड़ताल के कारण कोर्ट ने इस मामले में 25 अक्टूबर की तारीख दी है। इस मामले की सुनवाई को लेकर एमपी-एमएलए कोर्ट में मुरादाबाद के सांसद डाॅ. एसटी हसन पेश हुए थे।
वरिष्ठ अधिवक्ता वीरेंद्र कुमार शर्मा ने बताया कि वर्ष 2019 में हुए लोकसभा चुनाव में रामपुर लोकसभा सीट से सपा नेता आजम खां को जीत मिली थी। इसके बाद मुरादाबाद में एक जलसे का आयोजन किया गया था। इस दौरान कुछ नेताओं ने फिल्म अभिनेत्री व पूर्व सांसद जयाप्रदा पर अभद्र टिप्पणी की थी। जिसके बाद कटघर थाने में आजम खां, अब्दुल्ला आजम, डा. एसटी हसन, सम्भल के पूर्व सपा जिलाध्यक्ष फरोज खां, रामपुर नगर पालिका के पूर्व चेयरमैन अजहर खां और आयोजनकर्ता आरिश खां के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया था। इस मामले में फरार चल रहे सम्भल के पूर्व सपा जिलाध्यक्ष फिरोज खां सरेंडर कर चुके हैं। जबकि कोर्ट में पेश न होने पर रामपुर के पूर्व पालिकाध्यक्ष अजहर खां को कोर्ट ने भगोड़ा घोषित कर दिया है। बुधवार को एमपी-एमएलए कोर्ट में हड़ताल के कारण सुनवाई नहीं हो सकी। अगली सुनवाई 25 अक्टूबर को होगी।कांठ विवाद मामले में भी बुधवार को सुनवाई नहीं हो सकी। गवाह न आने और शाहजहांपुर में हुई घटना के विरोध में अधिवक्ता बुधवार को हड़ताल पर थे। जिस कारण सुनवाई के लिए कोर्ट ने अब 27 अक्टूबर की तारीख दी। वहीं समय से गवाह पेश करने के लिए एसएसपी को पत्र भेजा गया है। बुधवार को फिर एमपी-एमएलए कोर्ट में इस मामले की सुनवाई होनी थी। हालांकि, इस दौरान कोई गवाह नहीं आया। बचाव पक्ष के अधिवक्ता रमेश आर्य ने बताया कि इस मामले में 27 अक्टूबर को सुनवाई होगी। गवाहों को समय से पेश करने के लिए कोर्ट की ओर से एसएसपी को पत्र भी भेजा गया है।