दिल्ली एनसीआर में फुटबॉल को लोकप्रिय बनाने के मकसद से फुटबाल दिल्ली ने खेल का विकास करने के लिए कई तरह के कदम उठाने का फैसला किया और साथ ही सोमवार को यहां पहली बार अवार्ड नाइट का भी आयोजन किया। इस समारोह में एआईएफएफ के महासचिव कुशल दास, हिंदुस्तान जिंक के सीईओ सुनील दुग्गल, रिलायंस इंडस्ट्री की उपाध्यक्ष प्रीति श्रीवास्तव, चुनाव आयोग के पूर्व मुखिया एसवाई कुरैशी, एम्बैसी ऑफ स्पेन के ड्यूटी चीफ ऑफ मिशन इडुआर्डो सांचेज मोरेनो ने शिरकत की। इन सभी की मौजूदगी में 34 कैटेगरी में अवार्ड दिए गए। 2018-19 संतोष ट्रॉफी में सबसे ज्यादा छह गोल करने वाले दिल्ली के आयुष अधिकारी को पुरुष वर्ग में सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी का अवार्ड मिला। वहीं महिला वर्ग में यह पुरस्कार डिफेंडर डालिमा छिब्बर को मिला। अधिकारी ने समारोह में कहा कि मैंने फुटबॉल खेलना इसलिए शुरू किया क्योंकि मेरे पिता भी फुटबॉलर थे और यह मेरे पूरे परिवार का सपना था कि मैं इस खेल में अच्छा करूं। यह अवार्ड मुझे आगे और ज्यादा मेहनत करने की प्ररेणा देगा ताकि मैं अपने परिवार और देश दोनों का मान बढ़ा सकूं। वहीं डालिमा ने अवार्ड मिलने पर खुशी जताते हुए कहा, ‘‘यह देखना शानदार एहसास है कि फुटबॉलरों के प्रयासों को सम्मान दिया जा रहा है। इस तरह के अवार्ड हमें प्रेरित करते हैं। सबसे अच्छी चीज यह होती है कि जो लोग पर्दे के पीछे रहकर मदद करते हैं उनको वो सम्मान मिले जिसके वो हकदार हैं।’’
फुटबॉल दिल्ली ने अवार्ड नाइट के साथ मनाया ‘फुटबॉल फॉर ऑल’ का जश्न
भारत की अंडर-16 टीम के खिलाड़ी रुद्रांशू सिंह को पुरुष वर्ग में सर्वश्रेष्ठ युवा खिलाड़ी का अवार्ड मिला। वहीं महिला वर्ग में यह पुरस्कार भारत की अंडर-17 महिला टीम की उप-कप्तान अवेका सिंह को मिला। पुरस्कार के बाद अवेका ने कहा कि भारत की महिला टीम को फीफा अंडर-17 विश्व कप खेलना है, इस लिहाज से यह अवार्ड मुझे प्रेरित करेगा और मुझे उम्मीद है कि मैं बाकी की लड़कियों को भी फुटबाल में करियर बनाने के लिए प्रेरित कर सकूंगी। मैं उम्मीद करती हूं कि आपमें से हर कोई हमारे साथ आएगा और विश्व कप में हमें अपना समर्थन देगा। फुटबाल का सबसे बड़ा त्योहार अगले साल है।
कोई भी मैच प्रशिक्षकों के बिना अधूरा है इसलिए प्रशिक्षकों का भी सम्मान करते हुए उन्हें पुरस्कार दिए गए। एएफसी-ए लाइसेंस होल्डर और एआईएफएफ के कोच तथा एजुकेशन इंस्ट्रक्टर पारितोष शर्मा को पांच साल बाद दिल्ली को संतोष ट्रॉफी फाइनल राउंड के लिए क्वालीफाई कराने के लिए श्रेष्ठ कोच (पुरुष) चुना गया। इसी तरह दिशा मल्होत्रा, जो कि एएफसी-ए लाइसेंस क्वालीफाइड एवं एआईएफएफ कोच एवं एजुकेशन इंस्ट्रक्टर हैं, को 2018-19 के लिए महिला वर्ग में श्रेष्ठ कोच चुना गया। दिशा को भारत की यू-17 टीम की सहायक कोच तथा दिल्ली महिला टीम की कोच के तौर पर उनके योगदान के लिए पुरस्कृत किया गया।