करीब तीन साल से फरार शहर पश्चिमी के पूर्व सपा विधायक अशरफ के खिलाफ नए साल के पहले ही रोज एक और नामजद मुकदमा लिखा गया है। उसके खिलाफ कोर्ट के आदेश के बावजूद हाजिर नहीं होने की एफआइआर लिखी गई है।
2017 से फरार चल रहे हैं पूर्व विधायक अशरफ
बसपा विधायक राजू पाल हत्याकांड का आरोपित खालिद अजीम उर्फ अशरफ वर्ष 2017 में प्रदेश में योगी सरकार बनने के बाद से ही फरार है। उसकी गिरफ्तारी पर एडीजी स्तर से एक लाख रुपये का इनाम घोषित है। फरारी के बाद उसके खिलाफ चार मुकदमे दर्ज हो चुके हैैं जबकि तीन बार कोर्ट के आदेश पर कुर्की हो चुकी है। करीब दो साल पहले दर्ज रंगदारी के लिए धमकी के मुकदमे में भी चार महीने पहले अदालत से कुर्की की उद्घोषणा जारी करते हुए कोर्ट में हाजिर होने का आदेश जारी किया गया था। उपनिरीक्षक नित्यानंद सिंह ने इस आदेश का भी चकिया में अशरफ के निवास पर गवाहों के समक्ष तामीला कराया था लेकिन अब तक अशरफ हाजिर नहीं हुआ। वह लगातार फरार चल रहा है।कोर्ट के आदेश की अवहेलना करने पर बुधवार को उपनिरीक्षक नित्यानंद सिंह ने अशरफ के खिलाफ धूमनगंज थाने में तहरीर दी तो धारा 174 ए के तहत मुकदमा लिखा गया। अशरफ की गिरफ्तारी पर इनाम बढ़ाकर ढाई लाख रुपये करने की संस्तुति एसएसपी द्वारा की गई है मगर वह अभी तक शासन में लंबित है। अशरफ के बड़े भाई पूर्व सांसद अतीक अहमद देवरिया जेल कांड के बाद से अहमदाबाद की जेल में बंद हैैं। देवरिया जेल कांड की सीबीआइ जांच हो रही है। उस मामले में अतीक का पुत्र उमर भी आरोपित बनाया गया है।