प्रो सिंह ने कहा कि ऐसा पहली बार नहीं हो रहा है, जब भारत ने सीमा विवाद के मामले में अमेरिका को हस्‍तक्षेप नहीं करने की सलाह दी है। उन्‍होंने कहा क‍ि इसके पूर्व राष्‍ट्रपति डोनाल्‍ड ट्रंप के कार्यकाल में भी भारत ने अपने स्‍टैंड को क्‍लीयर करते हुए कहा था कि वह अपने सीमा विवाद के मुद्दे को खुद सुलझाएगा। भारत का यह स्‍टैंड उसकी विदेश नीति का हिस्‍सा है। पूर्वी लद्दाख के अलावा कश्‍मीर मामले में भी भारत किसी अन्‍य देश के दखल को नकार चुका है। 3- उन्‍होंने कहा कि ऐसे कई मौके आए हैं, जब भारत ने अपनी विदेश नीति को धार दी है। प्रो सिंह ने कहा कि रूस यूक्रेन जंग के दौरान भी भारत ने अमेरिकी दबाव को दरकिनार कर तटस्‍थता की नीति का निर्वहन किया। भारत ने साफ किया था कि वह युद्ध का विरोधी है और दोनों देशों को इस समस्‍या का समाधान वार्ता के जरिए करना चाहिए। उन्‍होंने कहा कि भारत ने कई बार यह स्‍पष्‍ट किया है कि वह अन्‍य देशों के साथ द्विपक्षीय रिश्‍तों का निर्धारण स्‍वयं करता है। वह अपनी विदेश नीति के निर्धारण में तीसरे मुल्‍क का हस्‍तक्षेप स्‍वीकार नहीं करता है। उन्‍होंने कहा कि रूस यूक्रेन जंग के दौरान भारत पर रूस के खिलाफ मतदान करने का काफी दबाव था, लेकिन भारत ने ऐसा नहीं‍ किया। संयुक्‍त राष्‍ट्र में मतदान के दौरान वह चीन के साथ हिस्‍सा नहीं लिया। भारत के इस कदम से अमेरिका नाखुश भी रहा।

दिल्ली टी20 मुकाबले में भारत के पास क्रिकेट के सबसे छोटे प्रारूप में लगातार 13वीं जीत दर्ज करने का शानदार मौका था, लेकिन ऐसा नहीं हो पाया। भारत के द्वारा 211 रन बनाया गया, लेकिन टीम के गेंदबाज इस स्कोर को डिफेंड नहीं कर पाए। इस मैच में भारत की रणनीति में कुछ चूक हुई और कई दिग्गजों का मानना है कि युजवेंद्रा चहल से गेंदबाजी करवानी चाहिए थी। चहल ने आइपीएल 2022 में सबसे ज्यादा 27 विकेट लिए थे और पर्पल कैप विनर रहे थे, लेकिन साउथ अफ्रीका के खिलाफ पहले टी20 मैच में उन्होंने सिर्फ 2.1 ओवर गेंदबाजी की थी।टीम इंडिया के पूर्व तेज गेंदबाज आशीष नेहरा का मानना है कि अगर चहल ने पहले ओवर में 16 रन दे दिए थे तब  भी उनको अटैक से नहीं हटाना चाहिए था। हालांकि कुछ ओवर्स के बाद चहल की वापसी हुई और उन्होंने अपने दूसरे ओवर में 6 रन दिए थे, लेकिन फिर से उन्हें अटैक से हटा लिया गया था। नेहरा ने क्रिकबज से बात करते हुए कहा कि रिषभ पंत एक युवा कप्तान हैं, अभी वो सीखेंगे और उम्मीद है कि समय के साथ बेहतर होते चले जाएंगे। हां अगर राहुल द्रविड़ को लगता था कि चहल को एक और ओवर फेंकना चाहिए तो जाहिर तौर पर एक संदेश भेजा जा सकता था। पंत को चीजों को सरल रखना होगा साथ ही सक्रिय रहना होगा। आशीष नेहरा ने कहा कि मुझे आश्चर्य हो रहा है कि चहल जैसे गेंदबाज ने दिल्ली के मैच में सिर्फ 2 ओवर गेंदबाजी की। उन्हें डेविड मिलर और वान डेर डुसेन को गेंदबाजी करनी चाहिए थी जब दोनों जीत के लिए स्कोर का पीछा कर रहे थे। रिषभ पंत ने निश्चित रूप से वहां पर एक गलती की साथ ही उन्होंने पावरप्ले के छह ओवर में पांच गेंदबाजों का इस्तेमाल किया। चहल ने दो ओवर फेंके और कभी-कभी लेग स्पिनर को होल्ड कर लेती हैं जब बाएं हाथ के बल्लेबाज क्रीज पर होते हैं। मध्य के ओवर्स में विकेट टेकिंग बालर का विकल्प रखना अहम होता है। अगर आपको टाप क्लास इंटरनेशनल बल्लेबाज का विकेट लेना है तो आपको उसे आउट करना होगा और रक्षात्मक गेंदबाजी से काम नहीं चलेगा।

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