कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में थी। प्रियंका ने रैली को संबोधित करने से पहले दर्शन पूजन किया। दुर्गाकुंड के दुर्गा मंदिर में उनका अलग रूप दिखाई दिया। यहां प्रियंका ने पूजा अर्चना के बाद परिक्रमा करते हुए अचानक उस वक्त सबको सकते में ला दिया, जब एक महिला सिपाही को इशारा करके पास बुलाया और गले लगा लिया। प्रियंका ने महिला सिपाही को गुड लक भी कहा। इसके जवाब में महिला सिपाही ने धन्यवाद से जवाब दिया। प्रियंका के गले लगाने से महिला सिपाही साक्षी काफी खुश नजर आईं।
प्रियंका गांधी का ये अंदाज काशी में खासी चर्चा में रहा। इससे पहले एयरपोर्ट से आते वक्त प्रियंका गांधी ने गाड़ी रुकवाकर वहां खड़े एक कांग्रेस कार्यकर्ता का हालचाल जाना। प्रियंका गांधी ने दुर्गा मंदिर में माता का विशेष पूजन कर खास सिंदूर भी माथे पर लगाया। इससे पहले अन्नपूर्णा मंदिर में महंत शंकरपुरी ने प्रियंका गांधी को मां का प्रसाद देते हुए अंगवस्त्रम भी भेंट किया।
दर्शन का चुनाव से कोई लेना देना नहीं विश्वनाथ मंदिर में दर्शन पूजन के बाद बाहर निकलने पर मीडिया ने जब ये पूछा कि ये क्या चुनाव का शंखनाद हैं तो प्रियंका गांधी ने कहा नहीं। प्रियंका गांधी ने कहा कि वो जब भी काशी आती हैं तो दर्शन के लिए यहां जरूर आती हैं। इसका चुनाव से कोई लेना देना नहीं है। प्रियंका गांधी के साथ छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल भी मौजूद रहे।श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर के पास बिस्मिल्लाह खां के नाती अजदार हुसैन, बन्ने खां, जाहिद हुसैन, आजाद खां ने प्रियंका गांधी का शहनाई धुन से स्वागत किया। प्रियंका गांधी अन्नपूर्णा मन्दिर में भी मत्था टेकने गईं। इसके बाद दुर्गाकुंड स्थित मां कूष्माडां मंदिर में पूजा करने पहुंचीं। यहां भी पूजा करने के बाद प्रियंका ने मंदिर के महत्व को जाना-समझा। मंदिरों में दर्शन-पूजन करने के बाद प्रियंका ने सभी का अभिवादन किया। प्रियंका को देखने वालों की भीड़ भी मंदिर के आसपाल लगी रही।