प्रशिक्षणार्थियों को क्षेत्र भ्रमण के अंतर्गत खाद्य प्रसंस्करण इकाइयों का भ्रमण एवं उत्पाद बनाने की विधियों का प्रदर्शन

पारि-पुनर्स्थापन वन अनुसंधान केन्द्र, प्रयागराज द्वारा अल्प ज्ञात फलों के मूल्यवर्धन पर विभिन्न सेवाओं के कार्मिकों हेतु कराये जा रहे तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम के दूसरे दिन प्रशिक्षणार्थियों को क्षेत्र भ्रमण के अंतर्गत खाद्य प्रसंस्करण इकाइयों का भ्रमण एवं उत्पाद बनाने की विधियों का प्रदर्शन किया गया । कार्यक्रम की समन्वयक डा० अनीता तोमर वरिष्ठ वैज्ञानिक के नेतृत्व में सर्वप्रथम मार्टर्न फूड प्रिजर्वेशन प्रोडक्ट केनिंग कम्पनी, बमरौली, प्रयागराज में जैम, जैली, जूस, पल्प निर्माण स्क्वायस, कैण्डी, मुरब्बा, फलों को सुरक्षित एवं डिब्बा बन्द करने की विभिन्न प्रक्रियाओं से अवगत कराया गया। अगले क्रम में राजकीय सामुदायिक फल संरक्षण एवं प्रशिक्षण केन्द्र, गंगानगर, प्रयागराज के प्रभारी विश्व प्रकाश श्रीवास्तव ने अल्प ज्ञात फलों से पैक्टिन एवं मण्ड निकालने की विधियों की व्यवहारिक प्रदर्शन किया तथा विभिन्न प्रकार के अचार मुरब्बा, सिरका तथा लम्बे समय तक फलों को संरक्षण करने की विधियों से अवगत कराया। केन्द्र की ओर से प्रशिक्षणार्थियों को फलदार वृक्षों के प्रवर्धन विधियों के संबंध में सत्यव्रत सिंह, नरेश कलोत्रा तथा बिजय कुमार सिंह ने प्रदर्शन करके दिखाया। कल तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम के समापन सत्र में डा० बी० एस० राजपूत, बांदा कृषि विश्वविद्यालय, बांदा , डा० कामिनी, वैज्ञानिक , सीमैप, लखनऊ तथा डा० जी० एस० तोमर विश्व आयुर्वेदिक मिशन द्वारा जानकारी दी जायेगी ।

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