प्रशांत किशोर ने एकबार फिर कांग्रेस को आईना दिखाया है। कांग्रेस से वार्ता विफल होने के बाद राजनीतिक रणनीतिकार प्रशांत किशोर (पीके) ने पार्टी पर टिप्पणी करते हुए कहा कि हाल में उदयपुर में हुए ‘चिंतन शिविर’ से कुछ हासिल होने वाला नहीं है। साथ ही उन्होंने भविष्यवाणी की कि गुजरात और हिमाचल में होने वाले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की हार तय है। चिंतन शिविर पर उन्होंने कहा कि इससे यथास्थिति में कोई बदलाव नहीं होने वाला है।
प्रशांत किशोर ने शुक्रवार को ट्वीट कर कहा कि कांग्रेस के चिंतन शिविर में कुछ भी सार्थक नहीं हुआ है। चिंतन शिविर के कारण कांग्रेस नेतृत्व को मौजूदा स्थिति को बनाए रखने और मुद्दों को टालने का समय मिल गया है।
सनद रहे कि यूपी, पंजाब, उत्तराखंड, असम और गोवा में हुए विधानसभा चुनावों में कांग्रेस को करारी हार का सामना करना पड़ा था। इन पांच राज्यों में हालिया चुनावी हार के बाद कांग्रेस प्रशांत किशोर के साथ बातचीत कर रही थी। हालांकि बाद में प्रशांत किशोर ने पिछले महीने कांग्रेस पार्टी में शामिल होने से इनकार कर दिया था। अब जब हिमाचल प्रदेश और गुजरात में साल के अंत में चुनाव होने जा रहे हैं प्रशांत किशोर के ताजा ट्वीट ने सियासी तपिश बढ़ा दी है।ल्लेखनीय है कि कांग्रेस की ओर से उदयपुर में तीन दिवसीय विचार मंथन सत्र ‘नव संकल्प चिंतन शिविर’ का आयोजन किया गया था। इसमें साल 2024 की चुनावी चुनौतियों की रणनीति पर चर्चा करने के लिए राहुल गांधी और पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने भाग लिया था। इस बैठक में कांग्रेस की ओर से संगठन में सुधार को लेकर कई एलान किए गए थे। बैठक के समापन सत्र को संबोधित करते हुए सोनिया गांधी ने दो अक्टूबर से भारत जोड़ो पदयात्रा शुरू करने का एलान किया था।