यागराज: एयरफोर्स के परिसर से हटकर हवाई अड्डा शुरू हुए एक साल हो गए हैं। इस दौरान यहां से देश भर के छह शहरों के लिए विमान सेवा उपलब्ध है। यात्रियों की बढ़ती संख्या को देखते हुए आने वाले दिनों में कई और शहरों में यहां से विमान सेवा शुरू हो सकती है। उससे पहले हवाई अडडे का विस्तार करने की तैयारी है। जल्द ही यहां तकरीबन आठ करोड़ की लागत से तीन और प्लेटफार्म (एप्रन) बन जाएंगे। बिल्डिंग का भी विस्तार किया जाएगा।
प्रयागराज (पूर्व में इलाहाबाद) से आजादी के पहले विमान सेवा लंदन के लिए थी। तब यहां अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा हुआ करता था लेकिन आजादी के बाद यह बंद हो गया था। बाद में एयरफोर्स परिसर से देश के भीतर ही विमान सेवाएं चलती थी। पिछले साल स्वतंत्र रूप से हवाई अड्डा बनाकर कई शहरों के लिए विमान सेवा शुरू की गई है। अभी दिल्ली के लिए दो फ्लाइट रोजाना चल रही है। इसके अलावा कोलकाता, रायपुर, बंगलुरु, मुंबई और गोरखपुर के लिए रोजाना फ्लाइट है। इसमें इंडिगो और एयर इंडिया के विमान चल रहे हैं और यात्रियों की संख्या भी पर्याप्त है। पिछले साल भर में इन विमानों से चार लाख यात्रियों ने आवाजाही की है। आने वाले दिनों में यात्री और बढ़ेंगे। इसलिए कई और निजी कंपनियां यहां से विमान सेवाएं शुरू करना चाहती है। लेकिन उससे पहले एयरपोर्ट अथारिटी को यहां पर संसाधन उपलब्ध कराना होगा। अभी हवाई अड्डे विमानों को खड़ा करने के लिए चार प्लेटफार्म हैं। एयरपोर्ट डायरेक्टर सुनील यादव ने बताया कि कई और शहरों में विमान सेवा शुरू करने की तैयारी है। इसलिए एयरपोर्ट पर व्यवस्थाएं बेहतर की जा रही है। यहां पर तीन और प्लेटफार्म (एप्रन) बनाए जाएंगे। उसके लिए धनराशि आवंटित हो चुकी है। साथ ही कार्यालय बिल्डिंग का भी विस्तार किया जाएगा।
इंडिगो की छह शहरों में विमान सेवाएं
रायपुर – 9:45 बजे
दिल्ली – 12:50 बजे
गोरखपुर – 1.10 बजे
मुंबई – 01:40 बजे
कोलकाता- 02:05 बजे
बेंगलुरु -4:25 बजे
एयर इंडिया की फ्लाइट
दिल्ली के लिए – 3:15 बजे
इंदौर, नागपुर की फ्लाइट में जेट का पेच
प्रयागराज से इंदौर और नागपुर के लिए ट्रू जेट विमान कंपनी फ्लाइट शुरू करना चाह रही है, लेकिन अभी इस रूट पर जेट कंपनी का एग्रीमेंट रोड़ा बना हुआ है। पिछले साल जब हवाई अड्डा शुरू हुआ तो जेट एयरवेज ने इंदौर और नागपुर के लिए विमान सेवा शुरू की थी, लेकिन उसकी सेवा ज्यादा दिन न चली और देशभर में बंद हो गई। फिर भी यहां पर इस रूट का एग्रीमेंट अभी जेट के नाम ही है। उसका एग्रीमेंट खत्म होने के बाद ट्रूजेट अपने विमान शुरू कर देगी।