अग्निशामक यंत्र को उपयोग करने की विधि तथा संरक्षा से जुडी बारीकियों को कर्मचारियों ने जाना
भारतीय रेलवे और उत्तर मध्य रेलवे के सबसे व्यस्ततम एवं अति महत्वपूर्ण मण्डलों में से एक प्रयागराज मण्डल एक महत्वपूर्ण अंग के रूप में अपना विशिष्ट योगदान देती आ रही है। रेल यात्रियों को संरक्षित व समयबद्ध रेल यात्रा प्रदान करने के लिये प्रयागराज मण्डल के अधिकारी एवं कर्मचारी निरंतर प्रयत्नशील हैं|
सुचारू रूप से एवं दुर्घटना रहित रेल परिचालन सुनिश्चित करने के उद्देश्य से प्रयागराज मण्डल के संरक्षा विभाग द्वारा विभिन्न संरक्षा सेमिनारों का आयोजन किया जाता है| आज दिनांक 16.02.2022.को प्रयागराज छिवकी स्टेशन पर 19 वाणिज्य विभाग के कर्मचारी , 24 परिचालन विभाग के कर्मचारियो सहित कुल 43 कर्मचारियों को संरक्षा सलाहकार श्री चंद्रिका प्रसाद द्वारा निम्न विषयों पर जागरुक किया गया।
(1)ट्रेन/इंजन में आग लगने पर वाणिज्य विभाग / परिचालन विभाग के कर्मचारियों द्वारा की जाने वाली कार्यवाही।
(2)आग लगने का कारण एवं बुझाने का तरीका
(3)अग्निशामक यंत्रों का प्रकार एवं प्रयोग करने की विधि
(4)स्टेशन परिसर में आग लगने पर सभी स्टेशन कर्मचारियों द्वारा की जाने वाली त्वरित कार्यवाही |
(5)चलती गाड़ी में तथा स्टेशनों पर अग्निशामक यंत्रो की उपलब्धता ,तथा स्टेशन पर किन-किन स्थानों पर अग्निशामक यंत्रो की उपलब्धता होनी चाहिए |
इसी क्रम में आगे आग लग जाने की स्थिति में कर्मचारियों को क्या करना चाहिए इसके बारे में भी बहुत ही प्रभावी तरीके से बताया गया|
(1) आग लगने पर तुरंत आग- आग की आवाज लगाना ,जिससे आस पास के लोग इकठ्ठे हो जाये
(2) आग को फैलेने से रोकने के लिए आस पास की वस्तुओं को हटा देना चाहिए जिससे आग आगे न फ़ैल पाए
(3) आग बुझाने के लिए अग्निशामक यंत्र तथा फायर बकेट में रखे बालू और पानी का नियमानुसार प्रयोग करना चाहिए लेकिन यदि आग (OHE) OVERHEAD EQUIPMENT या विधुत सॉर्ट सर्किट से लगी हो तो पानी का उपयोग नहीं करते है |
(4) यदि आग (OHE) OVERHEAD EQUIPMENT से लगी हो और रेलवे लाइन को प्रभावित कर रही हो तो उप और डाउन दोनों (OHE) OVERHEAD EQUIPMENT को ऑफ कर देना चाहिए
(5) जब तक आग पूरी तरह नहीं बुझ जाएँ ,वहाँ से न हटें |
संरक्षा बैठक में स्टेशन अधीक्षक श्री आर .एस .मिश्रा, मुख्य टिकट निरीक्षक श्री उत्तम तथा मुख्य पार्सल /बुकिंग पर्वेक्षक प्रयागराज छिवकी भी उपस्थित रहे |