पेंशन एवं पेंशनभोगी कल्याण विभाग के निदेशक डॉ.प्रमोद कुमार 21 नवंबर, 2024 को प्रयागराज में आयोजित होने वाले शिविरों में विभिन्न डिजिटल तरीकों के बारे में पेंशनभोगियों का करेंगे मार्गदर्शन
पेंशन एवं पेंशनभोगी कल्याण विभाग, कार्मिक, लोक शिकायत तथा पेंशन मंत्रालय, भारत सरकार, केंद्र सरकार के पेंशनभोगियों के लिए डिजिटल जीवन प्रमाण पत्र जमा करने के लिए फेस ऑथेंटिकेशन तकनीक को बढ़ावा देने के लिए नवंबर, 2024 में राष्ट्रव्यापी डिजिटल जीवन प्रमाण पत्र (डीएलसी) अभियान 3.0 आयोजित कर रहा है। फेस ऑथेंटिकेशन तकनीक एक ऐसी तकनीक है जिसके द्वारा पेंशनभोगी किसी भी एंड्रॉइड स्मार्टफोन से अपना डिजिटल जीवन प्रमाण पत्र जमा कर सकते हैं।
2. प्रयागराज में ये शिविर 21.11.2024 (गुरुवार) को कई स्थानों पर लगाए जा रहे हैं। मुख्यतः ये शिविर स्टेट बैंक ऑफ इण्डिया की त्रिवेणी शाखा तथा हेड पोस्ट ऑफिस प्रयागराज, दारागंज पोस्ट ऑफिस एवं नैनी पोस्ट ऑफिस में आयोजित किये जाएंगे। पेंशन एवं पेंशनभोगी कल्याण विभाग के निदेशक डॉ. प्रमोद कुमार इन शिविरों में जाकर जीवन प्रमाण पत्र जमा करने हेतु विभिन्न डिजिटल तरीकों, जैसे फेस ऑथेंटिकेशन तकनीक, के बारे में पेंशनभोगियों का मार्गदर्शन करेंगे। यूआईडीएआई इन शिविरों में पेंशनभोगियों के आधार रिकार्डों को अद्यतित करने में मदद करेगा तथा डीएलसी जनरेशन में होने वाली तकनीकी समस्याओं का समाधान करेगा।
- उल्लेखनीय है कि पहले अपना जीवन प्रमाणपत्र जमा करने के लिए पेंशनभोगियों को पेंशन संवितरण प्राधिकरणों के पास स्वयं जाना होता था, जिससे पेंशन भोगियों विशेष कर वयोवृद्धों को काफी असुविधा होती थी क्योंकि लंबी कतारों में काफी देर तक इंतजार करना पड़ता था। पेंशन एवं पेंशनभोगी कल्याण विभाग ने वर्ष 2014 में डिजिटल जीवन प्रमाण पत्र (जीवन प्रमाण) और नवंबर, 2021 में फेस ऑथेंटिकेशन तकनीक का शुभारंभ किया। इस प्रगति से अन्य बाह्य बायोमेट्रिक उपकरणों की आवश्यकता समाप्त हो गई औ रजीवनप्रमाणपत्र जमा करने की प्रक्रिया सरल हो गई।
- विभाग ने वर्ष 2022 में देशभरके 37 शहरों में एकराष्ट्रव्यापी अभियान आयोजित किया, जिसमें 1.41 करोड़ से भी अधिक डीएलसी जनरेट किए गए। नवंबर, 2023 में आयोजित डीएलसी अभियान 2.0 में 100 शहरों को कवर करते हुए, लगभग 1.47 करोड़ डीएलसी जनरेट किए गए।
- इस वर्ष डीएलसी अभियान 3.0 (1 से 30 नवंबर, 2024 तक आयोजित) में देशभर के 800 शहरों/जिलों में शिविर लगाए जाएंगे। इस अभियान में सभी बैंक, इंडिया पोस्ट पेमेंट बैंक, पेंशनभोगी कल्याण संघ, यूआईडीएआई, मेटी, रक्षा मंत्रालय, रेल मंत्रालय और दूरसंचार विभाग महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। देश के विभिन्न शहरों में कई स्थानों पर शिविर लगाए जाएंगे ताकि पेंशनभोगियों को अपना जीवनप्रमाण डिजिटल रूप से जमा करने में मदद की जा सके, साथ ही वयोवृद्ध तथा निशक्त पेंशनभोगियों के घर जाकर उनके डीएलसी जमा करने में मदद करने के लिए विशेष प्रबंध किए जाएंगें। इस अभियान का प्रचार-प्रसार सोशल मीडिया पर भी किया जाएगा, जिसकी निगरानी विभाग द्वारा डीएलसी पोर्टल के माध्यम से की जाएगी।
- इस अभियान का मुख्य उद्देश्य दूरदराज के क्षेत्रों में रहने वाले या वयोवृद्ध पेंशनभोगियों तक पहुंचना है ताकि उन्हें भी इस तकनीक की जानकारी हो सके और इसका लाभ मिल सके।