पारिवारिक कलह और आर्थिक तंगी को दूर करने के लिए ऐसे करें बांसुरी का इस्तेमाल

सनातन शास्त्रों में चार युगों का वर्णन है। ये क्रमशः सतयुग, त्रेता, द्वापर और कलयुग हैं। द्वापर युग के समकालीन भगवान श्रीकृष्ण थे। भगवान श्रीकृष्ण आदर्श दार्शनिक, निष्काम कर्मयोगी और स्थितप्रज्ञ थे। उन्हें कई नामों से जाना जाता है। इनमें एक नाम बांसुरी वाला है। भगवान श्रीकृष्ण को बांसुरी अति प्रिय है। भगवान श्रीकृष्ण बाल्यावस्था में बांसुरी बजाकर राधा रानी को सुनाते थे। वहीं, गोपियां बांसुरी की धुन पर नृत्य करते थे। वास्तु शास्त्र में बांसुरी का अति विशेष महत्व है। ज्योतिष शास्त्र में वास्तु दोष को दूर करने के लिए कई उपाय बताए गए हैं। इनमें एक उपाय बांसुरी को घर में रखना है। अगर आप भी पारिवारिक कलह और आर्थिक तंगी से परेशान हैं, तो निजात पाने के लिए बांसुरी के ये उपाय जरूर करें। आइए जानते हैं-

अगर आप करियर और कारोबार को नया आयाम देना चाहते हैं, तो स्टडी रूम या दुकान पर बांसुरी रख सकते हैं। इस उपाय को करने से जीवन में व्याप्त सभी समस्याओं का निदान होता है।

-अगर आप आर्थिक तंगी से परेशान हैं और निजात पाना चाहते हैं, तो घर पर रोजाना कम से कम 5 मिनट बांसुरी बजाएं। बांसुरी की धुन न केवल कृष्ण कन्हैया को पसंद है, बल्कि राधा रानी को भी पसंद है। बांसुरी की मधुर धुन सुन कृष्ण कन्हैया प्रसन्न होते हैं। इससे घर पर कृष्ण जी की कृपा बनी रहती है। उनकी कृपा से घर में सुख और समृद्धि बनी रहती है। साथ ही परिवार के सदस्यों के बीच प्रेम और स्नेह बना रहता है।

– अगर आप गृह क्लेश से परेशान हैं, तो रिश्ते में मधुरता और निकटता लाने के लिए घर पर बांसुरी रख सकते हैं। वास्तु जानकारों की मानें तो शादीशुदा जोड़े को बेडरूम की छत पर बासुरी लटकाकर रखनी चाहिए। इस उपाय को करने से पति-पत्नी के बीच संबंध मधुर होते हैं।

-कई बार लोगों को कड़ी मेहनत के बाद भी सफलता नहीं मिलती है। अगर आप भी ऐसी स्थिति से गुजर रहे हैं, तो घर, दुकान या ऑफिस में बांसुरी रख सकते हैं। इस उपाय को करने से सफलता अवश्य मिलती है।

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