पाकिस्तान में ईश निंदा के आरोपित चीनी नागरिक की जान खतरे में,

पाकिस्तान के ऊपरी कोहिस्तान में दासु हाईड्रोपावर परियोजना में काम करने वाले चीनी नागरिक की जान संकट में है। पाकिस्तान स्थित बिजनेस रिकार्डर के अनुसार, ईश निंदा के आरोप का सामना कर रहे चीनी नागरिक ने कहा है कि उसके विरुद्ध लगाए गए आरोप झूठे हैं। कार्यस्थल पर काम करने वाले मजदूर चीनी नागरिक की बार-बार की आपत्ति से क्रोधित थे।

नमाज के लिए काम रोकने से कीमती समय बेकार चला जाता है। इसके बाद जोरदार कहासुनी हुई। चीनी नागरिक पर धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने का आरोप लगाते हुए आसपास के गांवों से लोग जमा हो गए। बुजुर्गों ने भीड़ को शांत करने का प्रयास किया। घटना स्थल पर पहुंची पुलिस ने चीनी नागरिक को हिरासत में ले लिया।

चीनी नागरिक के खिलाफ एफआइआर दर्ज

पुलिस ने चीनी नागरिक के विरुद्ध ईश निंदा के आरोप में एफआइआर दर्ज की है। आतंकवाद विरोधी कोर्ट ने उसे 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया।

”भावनाओं को आहत करने के बारे में सोच भी नहीं सकता”

मामले की जांच करने के लिए सरकार द्वारा गठित संयुक्त जांच टीम (जेआइटी) को चीनी नागरिक ने बताया, ”मैं पाकिस्तानियों और मुस्लिमों की भावनाओं को आहत करने के बारे में सोच भी नहीं सकता, लेकिन मैं यहां जिसका सामना कर रहा हूं, वह झूठ के अलावा और कुछ नहीं है।” वहीं, चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता के अनुसार, उनकी सरकार ने विदेश में काम करने जा रहे चीनी नागरिकों को मेजबान देश के कानून एवं नियम का पालन करना और स्थानीय परंपराओं का सम्मान करना सिखाया है।बिजनेस रिकार्डर के अनुसार, आरोपित चीनी नागरिक के स्थानीय दुभाषिया, जिसकी गवाही पर प्राथमिकी दर्ज की गई है, ने जेआइटी को बताया कि वह चीनी व्यक्ति द्वारा की गई अपमानजनक टिप्पणियों के बारे में स्पष्ट राय नहीं बना पाया है। उंगली उठाने मात्र से भयानक परिणाम हो सकते हैं। बिजनेस रिकार्डर ने कहा कि सामान्य मकसद निजी रंजिश या संपत्ति हड़पना भी हो सकता है।

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