पाकिस्तानी एक्ट्रेस सरवत गिलानी ने कहा- भारत और पाक के अभिनेताओं को उम्मीद नहीं छोड़नी चाहिए

यदि कला राजनीतिक सीमाओं तक सीमित नहीं हो, तो नफरत की दीवारें टूट कर गिर सकती हैं। पाकिस्तानी फिल्म और टेलीविजन उद्योग के सबसे बड़े नामों में से एक एक्ट्रेस सरवत गिलानी का कहना है कि सीमाओं के पार के कलाकारों को दोनों देशों की भू-राजनीति से परे सहयोग करने के तरीकों की तलाश करनी चाहिए क्योंकि कला, “प्यार की तरह”, सार्वभौमिक है। सरवत वर्तमान में अपनी फीचर फिल्म जॉयलैंड की सफलता का आनंद ले रही हैं, जो ऑस्कर की जबरदस्त चर्चा प्राप्त कर रही है। एक्ट्रेस सरवत गिलानी ने दो जिंदगी के ओरिजिनल शो, नोइर एंथोलॉजी सीरीज कातिल हसीनों के नाम के शो में लीड रोल में काम किया है। ये दोनों शो जी5 पर भी प्रसारित हुए थे। कातिल हसीनों के नाम, ने हाल ही में प्रोमैक्स इंडिया अवार्ड्स 2022 में गोल्ड जीता और सर्वश्रेष्ठ एंथोलॉजी के लिए एशियन एकेडमी क्रिएटिव अवार्ड्स भी जीता था। एक सम्मान जो उन्हें पाकिस्तानी अभिनेता सनम सईद, भारतीय निर्माता शैलजा केजरीवाल और ब्रिटिश-भारतीय निर्देशक मीनू गौर (मुख्य रचनात्मक अधिकारी- विशेष परियोजनाओं, ज़ी एंटरटेनमेंट) के साथ मिला।

indianexpress.com के साथ एक साक्षात्कार में, सरवत ने साझा किया कि अगर उन्हें कभी भारत-पाक सहयोग में अभिनय करने की आशंका थी। तो वह जरूर काम करती।

हाल ही में रणवीर कपूर ने भी एक सवाल के जवाब में कहा ता कि कलाकार की कोई सीमा नहीं होती। वह बर देश के साथ काम कर सकता है फिर भले ही वो पाकिस्तान ही क्यों न हो।

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