जितेंद्र कुमार सिंह
प्रयागराज । भगवान परशुराम जयन्ती पर होने वाले कार्यक्रम में तीर्थराज प्रयागराज में देश विदेश से साल भर आने वाले ब्राह्मण समाज के परिवार ,यात्री,भक्त,त्रिवेणी संगम स्नान अक्षय बट के दर्शन और हर वर्ष लगने वाले माघ मेला और 6 वर्ष में अर्ध कुम्भ,12 वर्ष में महाकुम्भ मेला में सिर्फ प्रयागराज में ब्राम्हण समाज के परिवार के रूकने के लिए समाज का कोई धर्मशाला नहीं है I इसके लिए सभी के सहयोग से प्रयागराज की धरती पर समाज के लिए एक भब्य सुन्दर भगवान परशुराम आदर्श ब्राम्हण धर्मशाला और उसके प्रांगण में दुनिया की सबसे बड़ी 108 फिट की अपने आराध्य भगवान परशुराम की प्रतिमा लगवाने के लिए 2025 में लगने वाले महाकुम्भ के पहले प्रयागराज की धरती पर 50 कमरे का एक भब्य धर्मशाला बनवाने के लिए शहर में बड़ी जमीन खरीद कर महाकुम्भ में जिसका विधिवत भूमी पूजन कर इसकी शुरूवात करने के लिए सभी सम्मानित ब्राम्हण समाज की प्रयागराज में बनी संस्था तीर्थराज प्रयाग ब्राम्हण महासभा अ0भा0 कान्यकुब्ज ब्राम्हण महासभा विश्व बंधुत्व ब्राम्हण महासभा सूरी ब्राम्हण सभा सनातन एकता मिशन ब्राह्मण समाज उत्थान सेवा समिति राष्ट्रीय सनातन सेना परशुराम सेना ब्राह्मण एकता परिषद ज्ञान ज्योती, सरयूपाणी ब्राम्हण,महासभा पंडित सभा, ब्रम्ह समाज सेवा समिति , ब्राम्हण एकता मंच, अखिल भारतीय ब्राम्हण महासभा के अलावा और जो भी संस्थाए कार्य कर रही है वो अपने संस्था में जो साल भर अपने समाज के लिए कार्यक्रम करते है वो सुचारू रूप से करते रहे।बस सभी संस्था के अध्यक्ष महामंत्री और मेबंरों से एक सुझाव निवेदन आग्रह है कि आप सब की भी मन में ख्वाहिश होती रही की प्रयागराज में एक ब्राह्मण समाज का भब्य धर्मशाला बनाने के लिए जमीन होनी चाहिए लेकिन धनाभाव के कारण नहीं हो पा रहा था I लेकिन अब सभी 2 संस्था के लोग अगर उनमें से एक संस्था धर्मशाला के लिए जमीन देख कर खरीदने के लिए धन संग्रह करने के लिए सहयोग मांगती है तो आप सब तैयार रहेंगे पूरी तरह से मदद करने के लिए I बैंक में अलग से नया खाता खोल कर जिसमे सिर्फ जमीन धर्मशाला और भगवान परशुराम की प्रतिमा और गरीब लड़की लड़कों की शादी के लिए दिए गए दान का धन जमा होगा । सिर्फ ये चार कार्यक्रम के लिए Iप्रयागराज में सम्राट दानी राजा हर्षवर्धन अपना सब दान करने आते थे अब एक धर्मशाला बने जिसमें इस प्रयागराज की सभी संस्था और प्रयागराज के सम्मानित ब्राम्हण परिवार के साथ साथ उन ब्राम्हण परिवार के रिश्तेदार ईष्ट मित्र जहां भी रहते हैं उनको व्हाट्सएप, फेसबुक इंस्टाग्राम, ट्यूटर फोन के माध्यम से प्रयागराज में भब्य धर्मशाला बनाने के लिए सभी से सिर्फ 11 रूपए दान दे कर सहयोग करने के लिए कहें जिसमे सभी दान करने वालों का सहयोग लगे I जिसमें कोई आप अपने लिए नही आराध्य भगवान परशुराम के नाम से बनने वाले धर्म शाला के लिए सहयोग मांग रहे हैं । भले ही धर्मशाला बनाने में 5 वर्ष या 10 वर्ष लगे ये संकल्प आप सभी समाज के लोगों को ऐसे पुनीत कार्य के लिए आगे आकर एक जूट होकर कदम से कदम मिलाकर करना है । आने वाली पिढ़ी को एक समाज की ओर से सौगात दे सकें । हम सब सच्चे इमानदारी निश्चल भाव से इस पुनीत कार्य में सहयोग देंगे तो जल्द से जल्द हमारा आपका ये कार्य पूरा होगा सिर्फ ( 11 ) रूपए दिए गए सहयोग से ये कार्य पूरा होगा । जो भी संस्था इस पुनीत कार्य के लिए आगे आयेगी उसका सभी सहयोग करेंगे । हमें आशा विश्वास है जो कार्य एक से एक संस्था पुरानी 40/50/60 वर्ष में नहीं कर पाए । बस इस कार्य के लिए एक जुट होकर अच्छे विचार से करने के लिए सभी सहयोग करें।इसमें अनुमानित खर्च 5 करोड़ तक खर्च होगा बस हम सब के अंन्दर संकल्प पक्का इरादा हो तो हम जरूर मील का पत्थर साबित कर के रहेंगे ।