शंकरगढ़ से प्रमोद बाबू झा चंद्रमणि मिश्र राजभवन परिसर शंकरगढ में लगने वाला ऐतिहासिक तीन दिवसीय विशाल दशहरा मेला इस बार भी सकुशल संपन्न हो गया । मेले में लगातार तीन दिनों तक भारी भीड़ देखी गई । जिसमे आस पास गावो से भारी भीड उमडी
उल्लेखनीय है कि शंकरगढ़ कसौटा राज्य के व्याघ्र वंश के 37 वें राजा महाराव राजा महेन्द्र प्रताप सिहं का शंकरगढ़ स्थित गिरिराज भवन में दशहरे के दिन वंश परंपरा के अनुसार पूरे शानो शौकत से भव्य राज दरबार सजाया गया जिसमें दूर दूर के लोगों ने पंहुचकर वर्तमान राजा महेंद्र प्रताप सिंह का नजराना किया।दसहरे का मेला दशमी से शुरू होकर अगले तीन दिन तक चला जिसमे दूर दूर से आये हुए लोगों ने जमकर खरीददारी की। इस बीच पूरा शंकरगढ़ रोशनी से जगमगाता रहा। रोशनी की जगमगाहट में शंकरगढ़ की विभिन्न रोशनी कमेटियों द्वारा कई आकर्षक चौकियां निकली गईं, जिसे देखकर दर्शक मंत्र मुग्ध हो गए।
बता दें कि शंकरगढ़ दसहरे की शुरुआत नवरात्रि प्रारम्भ से रामलीला मंचन से शुरु हो जाती है।दस दिन राजभवन परिसर में रामलीला मंचन के समापन के बाद रावण वध हुआ। दसहरे की शाम, पुरानी शानो शौकत से परिपूर्ण शंकरगढ़ राजा के दरबार में लोगों ने पंहुचकर अपने राजा की आरती उतारी। पूरे क्षेत्र के लोगों ने वर्षों से चली आ रही शाही परंपरा के अनुसार राजा शंकरगढ़ महेंद्र प्रताप सिंह को नजराना पेश किया । इस भव्य आयोजन में पूरे विधि विधान से शस्त्र पूजन तथा स्वस्तिवाचन किया गया । गौरतलब हो कि शंकरगढ़ राजघराने की नजराने की परंपरा आज लगभग 1500 वर्ष से चली आ रही है लोगों का मानना है कि अपने राजा सकुशल स्वस्थ रहे जिसके लिए नजर उतारी जाती है। ऐसी परंपरा में आज शंकरगढ़ के राजा महेंद्र प्रताप सिंह के नजराने का कार्यक्रम हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी पूरी शानो शौकत से किया गया। इस मौके पर शंकरगढ़ क्षेत्र के तमाम बुद्धिजीवी व वरिष्ठजन मौजूद रह कर राज दरबार की शोभा बढ़ाते हैं। राजशाही ठाट से राजा शंकरगढ़ का पूजन अर्चन कर शस्त्र की भी पूजा की गई। इस बीच उपस्थित सभी लोगों ने राजा महेंद्र प्रताप सिंह की लंबी आयु के लिए प्रार्थना भी की। शंकरगढ क्षेत्र के तमाम सभ्रान्त लोग कार्यक्रम मे पधारे । इस कार्यक्रम में कई गांवों में बसे राजपरिवार के लोग शामिल होकर राज दरबार की शोभा बढ़ाई। कसौटा राज्य की मूल राजधानी देवरा से राजघराने के परिवार के लोग कार्यक्रम मे शामिल होकर दशहरा के पावन पर्व पर राज दरबार की शोभा बढ़ाने का कार्य किया । इस मौके पर क्षेत्र के नार सिंह सोलंकी,जीत बहादुर सिंह पूर्व प्रधान , गोपाल दास गुप्ता , विजय बाबू गुप्ता, मधुर सोलंकी, संतराम गुप्ता, हरिनारायण त्रिपाठी, देवदत्त द्विवेदी, त्रियुगी मिश्रा, कृष्णदेव मिश्रा, दीपक मिश्रा, सुरेश केसरवानी, , अनिल केसरवानी दिलीप श्रीवास्तव रामायण प्रसाद शुक्ल पं त्रियुगी नारायण विश्व हिन्दू महा सःा जिलाध्यछ संजय सिह ़ मवैया कला प्रधान पूर्व सैनिक संतोष सिह ़फुलतारा के प्रधान प्रतिनिधि सूबेदार सिह ़ रमाशंकरसिह सतपुरा ़प्रधान संघ पूर्व अध्यछ कामद प्रताप सिह पप्पू पान वाले
सहित क्षेत्र के तमाम वरिष्ठ जनों के साथ छेत्रीय जनता मौजूद रही। राज परिवार के भवर साहब के उदवोधन को लोगो ने सराहा
बता दे कि नवरात्रि प्रारम्भ के साथ राज भवन परिसर में 150 सालों से पुरानी परंपरा को निभाते हुए राजपरिवार के सौजन्य से 10 दिनों तक रामलीला होती है तथा दसमी से अगले तीन दिन तक विशाल मेले का आयोजन किया जाता है । इस बीच शंकरगढ़ के व्यापारियों द्वारा गठित विभिन्न रोशनी कमेटियों के सौजन्य से तीन दिन तक लगातार कई प्रकार की आकर्षक चौकियां निकालो गईं।
गौरतलब है कि इस तीन दिन तक चलने वाले विशाल कार्यक्रम में पुलिस प्रशाशन भी चौकन्ना रहा और मेला परंपरागत आयोजित हुआ और शान्ति सदभाव का माहौल रहा टिकरौही कला के पूर्व प्रधान जीतवहादुर सिह ने कहाकि यह कार्यक्रम कसौटा राज्य की पोराणिक परंपरा से जुडा है जिसमे छेत्र के लोग पूरा महत्व देते है