नैनी। पुलिस आयुक्त प्रयागराज व अतिरिक्त पुलिस आयुक्त प्रयागराज के निर्देशन में अपराध एवं अपराधियों के विरूद्ध चलाये जा रहे अभियान के क्रम में पुलिस उपायुक्त यमुनानगर व सहायक पुलिस आयुक्त करछना के पर्यवेक्षण में प्रभारी निरीक्षक नैनी बृजेश सिंह के नेतृत्व में उ0नि0 उमेश यादव मय पुलिस टीम द्वारा थाना नैनी में पंजीकृत मु0अ0सं0-768/22 धारा 386/504 भा.द.सं. से सम्बन्धित अभियुक्त अंजनी दूबे पुत्र रामकृष्ण दूबे निवासी ग्राम सिंगारो पो० औता थाना मेजा प्रयागराज हाल पता किराये का मकान अभिषेक पाण्डेय 12 खम्भा थाना कीडगंज जनपद प्रयागराज 2- कार्तिकेय त्रिपाठी पुत्र राजेश कुमार तिवारी निवासी 14/10ए पन्ना लाल रोड थाना जार्जटाउन प्रयागराज 3- अजय कुमार गौर पुत्र सुरेश चन्द्र गौर निवासी सरसुन्दर छात्रावास सर्वेन्ट कालोनी यूनिर्वसिटी रोड कटरा थाना कर्नलगंज प्रयागराज स्थायी पता ग्राम जलालपुर थाना बहरिया प्रयागराज को दिनांक 05.01.2023 को SSL हॉस्टल यूनिर्विसिटी रोड के पास से 07 मोबाइल फोन के साथ गिरफ्तार किया गया। इसी क्रम में आज दिनांक 06.01.2023 को अभियुक्त डा० विवेक सिंघल (वादी मुकदमा) उपरोक्त को गिरफ्तार किया गया। गिरफ्तारी के आधार पर मुकदमा उपरोक्त में धारा 420/467/468/471/195/120बी भा.द.स. की बढोत्तरी की गयी। नियमानुसार अग्रिम विधिक कार्यवाही की गयी।
घटनाक्रमः- मुकदमा उपरोक्त की विवेचना से यह तथ्य प्रकाश में आया कि वादी मुकदमा डा० विवेक सिंघल का रूद्रा अपार्टमेन्ट में एक फ्लैट था, जिसे इन्होने एक माह पूर्व रामचन्द्र केसरवानी नामक व्यक्ति को विक्रय किया था। फ्लैट के बकाया मेन्टीनेन्स खर्च को लेकर रामचन्द्र केसरवानी से विवाद चल रहा था, जिसके चलते डा0 विवेक सिंघल द्वारा स्वयं पूर्व नियोजित ढंग से षडयन्त्र के तहत रामचन्द्र केशरवानी को फर्जी मुकदमें में फसाने की नीयत से नैनी जेल में पूर्व से निरूद्ध बंदी राजेश तिवारी, जिसका इलाज नैनी जेल के अन्दर अस्पताल में डा0 विवेक सिंघल द्वारा किया जा रहा था, के माध्यम से बंदी राजेश तिवारी के पुत्र कार्तिकेय त्रिपाठी को षडयंत्र के तहत स्वयं अपने मोबाइल नम्बर पर रंगदारी मांगने व धमकी दिये जाने के लिये तैयार किया गया। कार्तिकेय त्रिपाठी द्वारा षड्यंत्र में अपने साथी अजनी दूबे, दिव्यांशु शुक्ला व अजय कुमार गौर को शामिल किया गया, इन लोगों द्वारा मिथ्या साक्ष्य तैयार किये जाने व फर्जी तरीके से कूटरचित आईडी से सिम प्राप्त किया गया जिसके आधार पर मुकदमा उपरोक्त में धारा 420/467/468/471/195/120बी भा.द.सं. की बढ़ोत्तरी करते हुये अभियुक्तगण 1. डा0 विवेक सिंघल (वादी मुकदमा)
2. अजनी दूबे, 3. कार्तिकेय त्रिपाठी 4. अजय कुमार गौर व 5. दिव्यांशु शुक्ला का नाम प्रकाश में लाया गया। अभियुक्त कार्तिकेय त्रिपाठी ने बताया कि मेरे पिता राजेश तिवारी जो नैनी कारागार नैनी में निरूद्ध है, बीमार है, जिनका इलाज डा० विवेक सिंघल द्वारा किया जा रहा है। मैं अक्सर जेल में अपने पिता से मिलने आता-जाता रहता हूँ। वही पर डा०विवेक सिंघल से मेरी मुलाकात हुई थी। डा० विवेक सिंघल ने ही किसी रामचन्द्र केसरवानी को फर्जी मुकदमे में फसाने के लिये मुझे स्वयं को धमकी दिये जाने व रंगदारी मांगने तथा फोन करने के बाद मोबाइल व सिम तोड़ देने को कहा था, जिस पर मैं तैयार हो गया। मैने अपने साथी अंजनी दूबे, अजय कुमार गौर (सिम एजेन्ट) व दिव्यांशु शुक्ला को इस काम के लिये तैयार किया और एक फर्जी नाम पते पर सिम व अंजनी दूबे के नाम पर नया मोबाइल लिया और दिव्यांशु शुक्ला ने डाक्टर को फोन करके धमकी दिया था।
गिरफ्तारी / बरामदगी करने वाली पुलिस टीम-
उ0नि० उमेश यादव चौकी प्रभारी फूलमण्डी, उ0नि0 सुमित त्रिपाठी चौकी प्रभारी जेल रोड, का0 विजय यादव, का० रोहित सिंह, का0 अजीत यादव थाना नैनी प्रयागराज