निरीक्षणों में गुणवत्ता लाएं अधिकारी : महाप्रबंधक उत्तर मध्य रेलवे

उत्तर  मध्य रेलवे  मुख्यालय में प्रारंभ हुई वरिष्ठ मंडल इंजीनियरों की  दो दिवसीय समीक्षा बैठक
 प्रयागराज  । उत्तर मध्य रेलवे  मुख्यालय में अर्धवार्षिक समीक्षा के क्रम में वरिष्ठ मंडल इंजीनियरों की दो दिवसीय बैठक प्रारंभ हुई । बैठक में आधारभूत संरचना के कामों को प्राथमिकता पर पूरा करने और रेल परिचालन में संरक्षा पर विशेष ध्यान देने पर बल दिया गया। बैठक  में आगरा, प्रयागराज और झांसी के वरिष्ठ मंडल इंजीनियरों ने हिस्सा लिया । अपने उद्घाटन भाषण में,  सतीश मिश्रा, प्रधान मुख्य अभियंता उत्तर मध्य रेलवे  ने अनुरक्षण के विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की। उन्होंने यार्ड ड्रेनेज में सुधार की आवश्यकता पर भी जोर दिया। श्री मिश्रा ने विभाग को निर्धारित समय पर आपूर्ति किये जाने वाले पानी का क्लोरीनीकरण सुनिश्चित करने के निर्देश दिये।
मुख्य रेलपथ अभियंता  अनिल ददरिया ने रेलपथ अनुरक्षण संबंधी विषयों पर विस्तृत चर्चा की ।
अपर महाप्रबंधक  रंजन यादव ने मंडल के अधिकारियों को निर्देशित किया कि किसी भी तरह की एसेट फेलियर की स्थिति में रिस्टोरेशन के समय को कम करने के लिए हर संभव प्रयास किए जाएं।
प्रधान मुख्य परिचालन प्रबंधक  बिप्लव कुमार ने ग्राहकों की संतुष्टि के विषय में बोलते हुए कहा कि वर्तमान गुड्स शेडों की स्थिति में सुधार को प्राथमिकता दी जानी चाहिए और निर्माणाधीन तथा प्रस्तावित शेडों में पेयजल सुविधा, विश्राम कक्ष की उचित व्यवस्था होनी चाहिए।  उन्होंने यह भी कहा कि विभिन्न कारणों से लगाए गए अस्थायी गति प्रतिबंधों को जल्द से जल्द सामान्य किए जाएं ताकि गतिशीलता में सुधार सुनिश्चित हो सके।
बैठक  को प्रधान वित्त सलाहकार  अजय माथुर और प्रमुख मुख्य बिजली इंजीनियर  सतीश कोठारी ने भी संबोधित किया।
महाप्रबंधक उत्तर  मध्य रेलवे   प्रमोद कुमार ने अपने अध्यक्षीय संबोधन में कहा कि उत्तर  मध्य रेलवे  में कार्य प्रणाली तीन सिद्धातों पर आधारित है-, राष्ट्र प्रथम: सर्वथा प्रथम; अंत्योदय और; सामाजिक सद्भाव। महाप्रबंधक ने कहा कि निरीक्षण के दौरान पूरी सावधानी बरती जाए। निरीक्षण न केवल नियमित आधार पर किया जाना चाहिए, बल्कि उनकी गुणवत्ता भी उच्चतम कोटि की होनी चाहिए ताकि कमियों को पता चले और तुरंत उपचारात्मक कदम उठाए जा सकें। इसके साथ ही निरीक्षण के दौरान पाई गई कमियों का विशेष ध्यान रखा जाए। महाप्रबंधक ने स्टाफ क्वार्टरों और कार्यालय भवनों की स्थिति पर चिंता व्यक्त की। श्री कुमार ने कहा, “सेवा के अवसर कम ही आते हैं।” उन्होंने आगे कहा कि, “आपकी सफलता का आंकलन मात्र इस आधार पर ही किया जा सकता है कि, आप दूसरों के जीवन पर क्या प्रभाव डालते हैं”। इसी संदर्भ में उन्होंने कर्मचारियों के कल्याण और ग्राहकों की संतुष्टि पर विशेष बल दिया। महाप्रबंधक ने व्यापारियों और मजदूरों को गुड्स शेड में बेहतर सुविधा उपलब्ध कराने के विषय पर बल दिया। उन्होंने वरिष्ठ मंडल इंजीनियरों से कहा कि वे नियमित रूप से गुड्स शेड का निरीक्षण करें और उनका उचित रख-रखाव सुनिश्चित करें।

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