प्रयागराज । भारत सरकार द्वारा ब्रॉड गेज रूटों का शत प्रतिशत विद्युतीकरण के लक्ष्य को मिशन मोड में आगे बढ़ाते हुए केंद्रीय रेल विद्युतीकरण संगठन, प्रयागराज की सिकंदराबाद तथा कोलकाता परियोजना द्वारा दक्षिण मध्य रेलवे एवं पूर्व रेलवे के दो महत्वपूर्ण खण्डों मोरताड़-निजामाबाद (45.10 RKM) तथा बाँका-जसीडीह (59.29 RKM) के विद्युतीकरण का कार्य पूर्ण करने के उपरान्त 24.02.2022 को सीआरएस निरीक्षण का कार्य सम्पन्न हुआ।
रेल विद्युतीकरण सिकंदराबाद परियोजना के मोरताड़-निजामाबाद खण्ड के विद्युतीकरण होने से सिकंदराबाद तथा हैदराबाद डेकन नामपल्ली मण्डल के पेडापल्ली-निजामाबाद खण्ड पूर्ण रूप से विद्युतीकृत हो गया है। यह खण्ड कांजीपेट-बल्लारशाह रेल मार्ग एवं सिकंदराबाद-निजामाबाद-मनमाड विद्युतीकृत रेल मार्ग को जोड़ता है। लिंगमपेट-निजामाबाद विद्युतीकृत खण्ड सामरिक दृष्टिकोण से यातायात में वृद्धि के लिए महत्वपूर्ण है। इससे परिचालन में सुगमता और परिसंपत्तियों का बेहतर उपयोग होगा। जिससे आस-पास के क्षेत्रों में व्यापार में सुगमता होगी जिसका सकारात्मक प्रभाव अर्थव्यवस्था एवं सामान्य जन जीवन पर पड़ेगा। रेल विद्युतीकरण कोलकाता परियोजना के आसनसोल एवं मालदाटाउन मण्डल के जसीडीह-देवघर-बाँका खण्ड के विद्युतीकरण होने से सवारी एवं माल गाड़ियों के लिए हर दृष्टिकोण से उपयुक्त है।
विभिन्न जलवायु शिखर सम्मेलनों में भारत सरकार द्वारा दिए गए शून्य कार्बन उत्सर्जन के लक्ष्य को आगे बढ़ाते हुए प्रदूषण को कम कर स्वच्छ पर्यावरण के लिए संकल्पित भारतीय रेल को हरित रेल बनाने की राह पर केंद्रीय रेल विद्युतीकरण संगठन प्रयागराज, अहम भूमिका निभा रहा है।
कोर के महाप्रबन्धक यशपाल सिंह ने सिकंदराबाद व कोलकाता परियोजनाओं की इस उपलब्धि पर खुशी जताते हुए कहा कि कोर की सभी परियोजनायें भारतवर्ष के ब्रॉडगेज रेल-मार्गों को पूर्ण रूप से विद्युतीकृत करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। जिसकी परिणिती लगातार हो रहे सफल सीआरएस निरीक्षण है।