नारी बारी यमुनापार प्रमोद बाबू झा. उत्तर प्रदेश मध्य प्रदेश सीमा क्षेत्र से विकासखंड शंकरगढ़ के अंतर्गत नारी बारी जल निगम जो की एशिया माहाद्वीप का पहला ग्रामीण अंचल की पेयजल योजना के रूप में अपने जमाने में प्रतिस्थापित हुआ था क्षेत्रीय लोगों ने बताया की उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री इलाहाबाद के विकास पुरुष स्वर्गीय हेमवती नंदन बहुगुणा के द्वारा पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय लाल बहादुर शास्त्री की परीकल्पनाओं पर जल निगम की स्थापना की गई थी इस वावत 90 वर्षीय किसान प्रतिनिधि रमा शंकर मिश्र ने बताया की दुर्भाग्य की बात है की नारी बारी जल निगम जहां पर किसी जमाने में गेस्ट हाउस था और जब राष्ट्रीय राजमार्ग 30 से गुजरने वाले तमाम अधिकारी नेता मंत्री जल निगम मैं लोगों के साथ मीटिंग करते थे आज स्थिति यह है की जल निगम पूरी तरह से धवस्त हो चुका है यहां अवर अभियांता से लेकर जिम्मेदार कोई कर्मचारी अधिकारी ना रहने से लोगों की समस्या का सामाधन नहीं हो पा रहा है बता देकि की कुछ वर्ष पूर्व बाढ़ में जल निगम की मोटर जल जाने के बाद जल निगम की पेयजल सप्लाई विद्युत विभाग पर निर्भर है यहां का जेनरेटर वर्षों से खराब है कोई अधिकारी और कर्मचारी इस मामले में किसी तरह का पहल नहीं कर रहे हैं श्री मिश्र ने कहा की नारी बारी जल निगम जो की अपने जमाने में ख्याती प्राप्त रहा गांवगांव में पाइप लाइन बिछाकर पेयजल की समस्या का समाधान होता था किंतु दुर्भाग्य है की ठेकेदारों के द्वारा संबंधित विभाग अधिकारियों के द्वारा इतना भ्रष्टाचार किया गया की जल निगम पुरी तरह से अस्तित्वहीन हो गया है बता दे की बरसात के सीजन में जल निगम की पेयजल सप्लाई बंद होने से लोग प्रदूषित जल का सेवन कर रहे हैं जिससे बीमारियों का खतरा बढ़ गया है नारी बारी क्षेत्र के गोरेलाल गुप्ता रमेश केसरवनी साहित क्षेत्रीय जनों ने पीछले डेढ़ माह से बंद जल निगम को पुन चालू कराने के लिए संबंधित विभाग के अधिकारियों का ध्यान आकर्षित कराते हुऎ तत्काल पेयजल समस्या का निदान जरूरी बताया
नारीबारी जल निगम का हाल बेहाल महीनों से पानी के लिए परेशान जनता
