नंद गोपाल गुप्ता ने किया नामांकन,दिया संपत्ति का ब्यौरा

प्रयागराज ! प्रदेश के कैबिनेट मिनिस्टर नंद गोपाल गुप्ता नंदी का इस साल कुल असेट घटकर 12 करोड़ 89 लाख 79 हजार पहुंच गया है। 2017 के विधानसभा चुनाव में उनका कुल असेट 57 करोड़ रुपए था, तो 26 करोड़ देनदारी भी थी। कैबिनेट मिनिस्टर के पास बीएमडब्ल्यू जैसी लग्जरी गाड़ियां हैं, तो राइफल और रिवाल्वर का लाइसेंस भी है। हालांकि प्रयागराज की मेयर और उनकी पत्नी अभिलाषा गुप्ता नंदी भी उन से कम नहीं हैं। नंद गोपाल गुप्ता नंदी से अभिलाषा की आय दोगुनी रही है। नंद गोपाल गुप्ता नंदी ने विधानसभा चुनाव 2022 के लिए शहर दक्षिणी विधानसभा सीट से भाजपा के टिकट पर नामांकन किया है। 2017 के विधानसभा चुनाव में भी उन्होंने भाजपा के टिकट से जीत हासिल की थी। 2017 के एफिडेविट में उन्होंने अपनी कुल 57 करोड़ रुपए दिखाई थी। इस बार उन्होंने जो एफिडेविट लगाया है, उसके अनुसार उनके पास कुल नकदी 1 लाख 94 हजार 660 रुपए ही है। नंदी की कुल चल संपत्ति की कीमत 5 करोड़, 62 लाख 29 हजार है। अचल संपत्ति की कुल कीमत 7 करोड़ 27 लाख 50 हजार है। उनके पास करीब 81 लाख 29 हजार रुपए का विभिन्न बैंकों का लोन भी है। नंद गोपाल गुप्ता नंदी की पत्नी अभिलाषा गुप्ता नंदी के पास ज्यादा धन है। अभिलाषा गुप्ता नंदी के पास 2 लाख 25 हजार 480 रुपए नकद है। अगर चल संपत्ति की बात करें, तो अभिलाषा के पास 9 करोड़ 6 लाख 94 हजार की संपत्ति है। अभिलाषा गुप्ता के पास शहर के पॉश इलाकों में कई प्लॉट, मकान और कृषि योग्य जमीन भी है। इस तरह कुल अचल संपत्ति की कीमत 15 करोड़ 30 लाख है। अभिलाषा के पास बैंक का लोन 4 करोड़ 26 लाख 94 हजार रुपए है। नंद गोपाल गुप्ता नंदी के पास लगभग 940 ग्राम सोना है। इसकी कुल कीमत 40 लाख रुपए है। पत्नी अभिलाषा गुप्ता नंदी के पास 1550 ग्राम सोना है, जिसकी कीमत 65 लाख रुपए है। इसके अलावा अभिलाषा के पास 2700 ग्राम चांदी के जेवर और बर्तन भी हैं। इनकी कीमत 4 लाख रुपए बताई गई है। नंदी के पास एक रायफल और एक पिस्टल भी है। मजे की बात यह है कि अभिलाषा गुप्ता के पास भी एक रायफल और एक रिवाल्वर है। इनकी कीमत करीब 3-3 लाख रुपए है। इस तरह नंदी के पास कुल पांच करोड़ 62 लाख 29 हजार रुपए का धन है। अभिलाषा के पास 9 करोड़ 6 लाख और 94 हजार रुपए की संपत्ति है। बेटे के पास 2.99 और बेटी के पास 2.34 लाख का असेट है।बता दें नंद गोपाल नंदी 2007 में बसपा से चुनकर विधानसभा में पहुंचे थे। वह मायावती सरकार में भी मंत्री रह चुके हैं। जनवरी 2017 में वह भाजपा में शामिल हुए और इलाहाबाद दक्षिण सीट से जीत हासिल की। यूपी सरकार में उन्हें अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री बनाया गया।

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