प्रयागराज। श्री नव संवत्सर मानस समिति प्रयागराज द्वारा आयोजित नौरात्रि श्री राम कथा महोत्सव में पूर्व राज्यपाल पंडित केशरी नाथ त्रिपाठी ने कहा कि समिति द्वारा प्रतिवर्ष नव संवत्सर पर श्री राम कथा एवं श्री भागवत पुराण कथा का आयोजन पिछले पचास वर्षों से किया जा रहा है, यह पुण्य एवं प्रशंसनीय कार्य है। उन्होंने कहा कि इस तरह के धार्मिक आयोजनों से नई पीढ़ी को अपने सनातन धर्म व अध्यात्मिक शक्ति तथा इतिहास का ज्ञान होता है। मां कल्याणी देवी अध्यक्ष एवं समिति के संयोजक पंडित सुशील कुमार पाठक द्वारा मंत्रोचार के बीच राज्यपाल (पूर्व ) ने व्यास पीठ पर माल्यार्पण कर पूज्य व्यास राजेंद्र जी महाराज से आशीर्वाद लिया।
श्री राम कथा व्यास पंडित राजेंद्र जी महाराज ने जनकपुर – वाटिका में भगवान राम, कुंवर लखन लाल एवं सीता जी के परस्पर भ्रमण व भवानी पूजन के माध्यम से देखने का मर्यादापूर्ण मधुर श्रृंगारिक वर्णन किया। श्री राम कथा का अति महत्वपूर्ण प्रसंग धनुष भंग एवं परशुराम लक्ष्मण संवाद तथा श्री राम द्वारा भगवान परशुराम के क्रोध को शांत कराने का ह्रदय स्पर्शी वर्णन किया। फिर दशरथ जी बारात लेकर आए और अपने चारों पुत्रों का जनक जी के घर कि चार कन्याओं का विवाह, विदाई का मार्मिक वर्णन किया।
श्री नव संवत्सर मानस समिति द्वारा आयोजित श्री राम कथा एवं मां कल्याणी देवी का प्रतिदिन श्रृंगार पूजन, भव्य आरती, शतचंडी महायज्ञ, कन छेदन, मुंडन एवं ध्वज निशान पूजन का कार्यक्रम नवमी तिथि 14 अप्रैल रविवार तक चलेगा। श्री ओंकार पांडे बैरहना द्वारा प्रसाद वितरण किया गया।