धमकी देने, दुर्व्यवहार पर संतोष दास को गिरफ्तार करने की मांग

खाक चौक व्यवस्था समिति के अध्यक्ष स्वामी सीताराम दास के नेतृत्व में किया कमिश्नर, डीएम का घेराव
कहा कि गिरफ्तारी न होने पर शीध्र शुरू होगा व्यापक स्तर पर आंदोलन
जमीन आवंटन ,बाइलॉज में गडबडी मामले की हो जांच : सीताराम दास
प्रयागराज। खाक चौक व्यवस्था समिति के अध्यक्ष महामंडलेश्वर स्वामी सीतारामदास त्यागी महराज की अध्यक्षता में समिति के पदाधिकारियों और पांच दर्जन संत – महात्माओं ने समिति के निष्कासित महामंत्री /  प्रधानमंत्री संतोष दास सतुआ बाबा द्वारा धमकी देने के मामले में कमिश्नर विजय विश्वास पंत और डीएम संजय कुमार खत्री को आज ज्ञापन देकर गिरफ्तारी की मांग किया है। खाक चौक व्यवस्था समिति के अध्यक्ष महामंडलेश्वर स्वामी सीताराम दास महात्यागी ने कमिश्नर और डीएम को बताया कि समिति के निष्कासित प्रधानमंत्री / महामंत्री संतोष दास सतुआ बाबा कई लोगों के साथ मणिराम छावनी के स्वामी रामेश्वर दास महाराज की छावनी में तीन दिन पहले सिपाहियों और गनर के साथ जाकर जान से मारने की धमकी देते हुए उनके  साथ दुर्व्यवहार करते हुए अपशब्दों का प्रयोग किया है इससे सभी लोगों में भय है। इस दौरान कमिश्नर और डीएम को निष्कासित महामंत्री / प्रधानमंत्री संतोष दास का धमकी भरा और अपशब्दों भरा वीडियो दिखाते मामले की उच्चस्तरीय जांच कराकर शीध्र गिरफ्तारी की मांग किया है। सभी संत- महात्माओं ने कहा कि अगर तीन दिन के भीतर निष्कासित महामंत्री संतोषदास की गिरफ्तारी नही होती है तो वह लोग व्यापक स्तर पर आंदोलन शुरू करेगे जिसकी पूरी जिम्मेदारी माघ मेला के वरिष्ठ अफसरों की होगी। इस मामले की जानकारी प्रदेश के मुख्यमंत्री को भी दी जाएंगी। खाक चौक व्यवस्था समिति के अध्यक्ष महामंडलेश्वर स्वामी सीताराम दास त्यागी महराज का कहना है कि स्वामी रामेश्वर दास के शिविर में जाकर संतोषदास ने दुर्व्यवहार के साथ देख लेने की धमकी दिया है इतना ही नहीं संतोषदास ने समिति के बाइलॉज में गड़बड़ी भी किया है  इस मामले की जांच कर उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई किया जाए। समिति के पदाधिकारियों ने कमिश्नर और डीएम  से मांग किया है कि मेला प्रशासन ने 2022-23 के माघ मेले मे संत/ महात्माओं को जमीन आवंटित करने के बजाय समिति के निष्कासित प्रधानमंत्री / महामंत्री संतोषदास को सौप दिया जिससे उन्होंने तीन दर्जन संतों की जमीन कम कर दी और दो दर्जन संतों को जमीन ही नही दिया बल्कि एक दर्जन बाहरी लोगों को खाक चौक में मनमानी जमीन और सुविधाएं दे दिया है। जो संत जमीन और सुविधाएं नही पाये है वह भटक रहे है। इस दौरान कमिश्नर से मेला में जमीन और सुविधा आवंटन मामले की उच्चस्तरीय जांच कराकर दोषी मेला कार्यालय के अफसरों और समिति के निष्कासित महामंत्री / प्रधानमंत्री संतोषदास के खिलाफ सख्त कारवाई की जाये एवं 2023-24माघ मेले में शिविर के लिये जमीन आवंटन मेला प्रशासन के अफसर स्वयं करें। ज्ञापन सौंपने वाले प्रतिनिधिमंडल में वृंदावन बंशीवट के स्वामी जयरामदास महराज, मणिराम छावनी के स्वामी रामेश्वर दास, जंगली बाबा,वृन्दावन के स्वामी बृजमोहनदास बंशी बाबा सहित बड़ी संख्या में संत/ महात्मा थे।

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