दीपोत्सव की शुरुआत मंगलवार को धनतेरस से होगी। इसी दिन आयुर्वेद के जनक धन्वंतरि की जयंती श्रद्धा, उल्लास से मनाई जाएगी। धनतेरस पर परंपरा अनुसार खरीदारी के साथ धन के देवता कुबेर, मां लक्ष्मी, धन्वतंरि और यमराज का पूजन-अर्चन कर सुख-समृद्धि की कामना की जाएगी। ग्रहीय योग इस बार धनतेरस पर खरीदारी के लिए शुभकारी रहेगा। इस दिन सोने-चांदी और घर के बर्तनों की खरीदारी करना शुभ माना जाता है। उत्थान ज्योतिष संस्थान के निदेशक ज्योतिर्विद पं. दिवाकर त्रिपाठी पूर्वांचली के अनुसार राशियों के अनुसार खरीदारी करने से मां लक्ष्मी का आशीर्वाद प्राप्त होता है।
राशियों के अनुसार खरीदारी शुभ-
● मेष – चांदी की कटोरी, इलेक्ट्रॉनिक सामान, स्वर्णाभूषण।
● वृष – कपड़े,कलश।
● मिथुन – सोने के आभूषण, स्टील के बर्तन।
● कर्क – चांदी के आभूषण या बर्तन, घरेलू सामान।
● सिंह – तांबे के बर्तन या कलश, लाल रंग के कपड़े।
● कन्या – सोने या चांदी के आभूषण या कलश।
● तुला – कपड़े, सौंदर्य सामान या सजावटी सामान।
● वृश्चिक – इलेक्ट्रॉनिक उपकरण, सोने के आभूषण।
● धनु – सोने के आभूषण, तांबे के बर्तन,मिट्टी के कलश।
● मकर – वस्त्रत्त्, वाहन, चांदी के बर्तन या आभूषण।
● कुम्भ – सौंदर्य के सामान, स्वर्ण ,तांबे के बर्तन।
● मीन – सोने के आभूषण, इलेक्ट्रॉनिक उपकरण।
धनतेरस पर खरीदारी व पूजन का मुहूर्त
सुबह नौ बजे से दोपहर 1:30 बजे तक।
शाम 7:30 बजे से रात 9:30 बजे तक।
रात में 10:30 बजे से 1:30 बजे तक।
स्थिर लग्न में पूजन मुहूर्त
कुंभ : दोपहर 1:26 बजे से 2:57 बजे तक।
प्रदोष काल : शाम छह बजे से 7:57 तक।
सिंह : 12:28 बजे से 2:44 बजे तक।
शुभ चौघड़िया : रात 12:28 बजे से 1:30 बजे तक।
सिंह : 12:28 बजे से 2:44 बजे तक।
शुभ चौघड़िया : रात 12:28 बजे से 1:30 बजे तक।