धूमनगंज के रम्मन का पूरा में एक युवक ने सनसनीखेज वारदात अंजाम दी। पांच व तीन साल की दो मासूम बेटियों को चाकू से गोदकर हत्या करने के बाद खुद फंदे से लटककर जान दे दी। पत्नी बाजार से वापस आई तो घटना की जानकारी हुई। कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। प्रारंभिक जांच पड़ताल के बाद फिलहाल घरेलू कलह में ही घटना अंजाम दिए जाने की आशंका जताई जा रही है।मनीष उर्फ लल्ला(33) मूल रूप से रम्मन का पूरा का रहने वाला था। वह घर से कुछ दूर पर ही पत्नी संगीता और दो बेटियों नैंसी(5) व खुशबू(3) साल के साथ विनोद कुमार के मकान में किराये पर रहता था। वह पेंटिंग व इलेक्टि्रशियन का काम करता था।पत्नी के मुताबिक, रविवार को मनीष घर पर ही था। उसे कपड़े लेने थे, ऐसे में दोपहर करीब एक बजे वह सुलेमसराय बाजार चली गई। लगभग एक घंटे बाद वापस आई तो दरवाजा भीतर से बंद था। कई बार आवाज देने के बाद भी भीतर से कोई जवाब नहीं मिला।
फोन भी बंद था। उसके जानकारी देने पर मकान मालिक व अन्य लोग जुट गए। किसी तरह खिड़की का शीशा तोड़कर देखा गया तो मनीष फंदे पर लटका था। दोनों बेटियां जमीन पर मृत पड़ी थीं। सूचना पर पहले डायल 112 और फिर स्थानीय पुलिस पहुंच गई।एक साथ तीन मौतों की खबर पर फोरेंसिक टीम के साथ डीसीपी दीपक भूकर व कुछ देर बाद एडि. सीपी एन कोलांची भी आ गए। वीडियो रिकॉर्डिंग के बीच दरवाजा तोड़कर पुलिस भीतर दाखिल हुई। जमीन पर मृत पड़ी दोनों बेटियों को चाकू से गोदकर बेरहमी से मारा गया था।
फंदे पर लटके मनीष के हाथ खून से सने थे और इससे साफ हो गया कि उसने ही बेटियों की हत्या की और फिर फंदे पर लटककर जान दे दी। पुलिस को मौके पर ही चाकू पड़ा मिला और जांच पड़ताल के बाद तीनों शव मर्चरी भेजवा दिए गए।पुलिस ने कमरे की तलाशी भी ली लेकिन कोई सुसाइड नोट नहीं मिला। हालांकि पत्नी ने पूछताछ में यह बताया कि सुबह उसने मनीष को कागज पर कुछ लिखते हुए देखा था। उसने फिलहाल किसी झगड़े या विवाद की बात से इंकार किया। हालांकि मौका मुआयना व प्रारंभिक जांच पड़ताल के बाद आशंका यही है कि घरेलू कलह में ही मनीष ने इस घटना को अंजाम दिया।
दरवाजा भीतर से बंद था। परिस्थितिजन्य साक्ष्य से साफ है कि दोनों बेटियों की हत्या करने के बाद पिता फांसी पर लटक गया। वजह क्या रही, इसका जवाब विस्तृत जांच पड़ताल व परिजनों से पूछताछ के बाद ही मिल सकेगा। – एन कोलांची, एडि.सीपी प्रयागराज