*दो दिवसीय कौशल विकास प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित*

प्रयागराज  । जन शिक्षण संस्थान प्रयागराज द्वारा स्टॉफ एवं फील्ड में कार्यरत संदर्भ व्यक्तियों का दो दिवसीय दक्षता संवर्धन कार्यशाला  14 एवं 15 मार्च 2022 को आयोजित किया गया, कार्यशाला का उद्घाटन जन शिक्षण संस्थान प्रयागराज के चेयरमैन अमिताभ गर्ग ने दीप प्रज्वलित करके किया। उन्होंने अपने संबोधन में कहा की ग्रास रूट स्तर पर कार्यक्रमों का नियोजन एवं आयोजन उतने ही प्रभावी ढंग से हो सकता है जितनी प्रभावी ढंग से हमारे अधिकारी,कर्मचारी और फील्ड में कार्यरत सन्दर्भ व्यक्ति जानकारी हासिल करके क्रियान्वित करेंगे। जन शिक्षण संस्थान का उद्देश्य केवल प्रशिक्षण प्रदान करना ही नहीं है बल्कि प्रतिभागियों को स्वावलंबी बनाना प्रमुख उद्देश्य है इसके लिए आज के नए तकनीकी एवं बाजार की स्थानीय मांग को ध्यान में रखकर ही कार्यक्रमों का आयोजन किया जाए। प्रारंभ में जन शिक्षण संस्थान प्रयागराज के निदेशक दिगंबर नाथ मिश्र ने सभी का स्वागत करते हुए बतलाया की जन शिक्षण संस्थान द्वारा विगत वर्ष लगभग 90 बच्चों में करीब अट्ठारह सौ प्रतिभागियों को प्रशिक्षित किया जा चुका है। जिसमें से कुछ प्रतिभागी स्वत: रोजगार स्थापित करके अपने रोजी रोटी के साथ जुड़ गए हैं। हम सबकी जिम्मेदारी होती है की सामूहिक रूप से प्रशिक्षित प्रतिभागियों को उनके पैरों पर खड़ा होने के लिए विभिन्न आयामों के माध्यम से उनका सहयोग प्रदान करें और भविष्य में भी 2022-23 में जो प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित करें उसके लिए पहले से ही लक्ष्य बनाकर चलें कि प्रतिभागियों को रोजी रोटी के साथ जोड़ना है,हमारा सबसे कमजोर पक्ष स्वयं सहायता समूह बनाना है,अगले वर्ष मैं उन्हीं स्टाफ को ज्यादा वरीयता दूंगा जो लोग प्रशिक्षण के साथ-साथ स्वयं सहायता समूहों का भी गठन करके उन्हें रोजी रोटी के साथ जोड़ने का प्रयास करेंगे। मिश्र ने बतलाया कि आज इस कार्यशाला में शहरी क्षेत्र के अतिरिक्त कौड़िहार,श्रृंगवेरपुर धाम,होलागढ़़, मऊआइमा,बहरिया,फूलपुर,सोरांव,चाका,जसरा,शंकरगढ़,कोरांव एवं भगवतपुर विकासखंड के प्रतिभागी गण सम्मिलित हैं। प्रशिक्षण कार्यक्रम के मुख्य सन्दर्भ व्यक्ति आई.टी.आई.,नैनी,प्रयागराज के पी.सी.सिंह मौजूद रहे। उन्होंने दोनों दिन आधुनिक प्रकार से सर्वे से लेकर कार्यक्रमों का नियोजन,आयोजन,मूल्यांकन,आख्या तैयार करना एवं प्रतिभागियों को प्लेसमेंट की ओर ले जाने में कौन कौन सी विधा का उपयोग करना चाहिए इस पर व्यापक जानकारी प्रदान किया। कार्यक्रम में मुख्य सहयोगी कार्यक्रम अधिकारी सुधीर श्रीवास्तव,अनामिका श्रीवास्तव, सहायक कार्यक्रम अधिकारी गार्गी वर्मा आदि मौजूद रहे।

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