दूरस्थ शिक्षा से पहुंच सकते हैं लोगों के करीब- प्रोफेसर सिंह

मुविवि के माघ मेला शिविर में विचार गोष्ठी का आयोजन
प्रयागराज।
उत्तर प्रदेश राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय, प्रयागराज के माघ मेला क्षेत्र में स्थित दूरस्थ शिक्षा जागरूकता  शिविर में शनिवार को दूरस्थ शिक्षा की प्रासंगिकता विषय पर विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया। समारोह के मुख्य अतिथि भारतीय रेल सेवा के अवकाश प्राप्त अधिकारी  उपेंद्र कुमार सिंह ने कहा कि दूरस्थ शिक्षा का प्रचार प्रसार आज गांव गांव में हो रहा है।  आज घरेलू महिलाओं, नौकरीपेशा लोगों, जेल बंदियों, किन्नरों को मुक्त विश्वविद्यालय दूरस्थ शिक्षा सुलभ करा रहा है। माघ मेला क्षेत्र में लगा दूरस्थ शिक्षा जागरूकता का यह शिविर उच्च शिक्षा का प्रचार प्रसार कर सराहनीय कार्य कर रहा है। श्री सिंह ने भोजपुरी अवधी मिश्रित मिश्रित काव्य रचना के माध्यम से मुक्त विश्वविद्यालय द्वारा प्रदान की जा रही दूरस्थ शिक्षा की महत्ता का चित्रण किया।
विचार गोष्ठी की अध्यक्षता करते हुए कुलपति प्रोफेसर सीमा सिंह ने कहा कि  सीमित संसाधनों में विश्वविद्यालय प्रगति की ओर अग्रसर है। विश्वविद्यालय का कार्यक्षेत्र सम्पूर्ण उत्तर प्रदेश होने के कारण पूरे प्रदेश की निगाहें हमारी तरफ लगी हैं। उन्होंने कहा कि अब हमारा पूरा प्रयास रहेगा कि 2023 से नई शिक्षा नीति को विश्वविद्यालय में सफलतापूर्वक प्रारंभ किया जाए। प्रोफेसर सिंह ने कहा कि दूरस्थ शिक्षा ही वह माध्यम है जिससे हम लोगों के करीब पहुंच सकते हैं। हमारा प्रयास है कि दूरस्थ शिक्षा प्रदान करने में मुक्त विश्वविद्यालय अग्रणी भूमिका निभाए। अवसर पर उन्होंने शिविर में आए लोगों को विश्वविद्यालय कैलेंडर एवं पंपलेट वितरित किया। इससे  पूर्व उन्होंने दूरस्थ शिक्षा जागरूकता प्रदर्शनी का अवलोकन किया।
स्वास्थ्य विज्ञान विद्या शाखा के निदेशक प्रोफेसर जी एस शुक्ल ने कहा कि प्रयागराज की महिमा अपरम्पार है। गंगा क्षेत्र में  विश्वविद्यालय दूरस्थ शिक्षा के प्रसार का अभूतपूर्व कार्य कर रहा है।
विषय प्रवर्तन डॉ प्रभात चन्द्र मिश्र ने किया। अतिथियों का स्वागत तथा संचालन शिविर प्रभारी डॉ अनिल कुमार सिंह भदौरिया ने तथा धन्यवाद ज्ञापन कुलसचिव प्रोफेसर पी पी दुबे ने किया।  इस अवसर पर वित्त अधिकारी  शशि भूषण सिंह तोमर, परीक्षा नियंत्रक  देवेंद्र प्रताप सिंह, प्रोफेसर जी एस शुक्ल, प्रोफेसर आशुतोष गुप्ता, प्रोफेसर पी के स्टालिन, प्रोफेसर छत्रसाल सिंह, प्रोफेसर विनोद कुमार गुप्ता, प्रोफेसर सत्यपाल तिवारी, मानवेंद्र प्रताप सिंह, निक्की सिंह आदि उपस्थित रहे।

Related posts

Leave a Comment