दुनिया में हमारी श्रेष्ठता का आधार मातृशक्तिः- अशोक तिवारी

प्रयागराज। पूरी दुनिया में हमारी श्रेष्ठ संस्कृति मातृशक्ति इसका आधार रहीं है। सभी युगों में माताओं, बहनों ने समाज में बहुत बड़ी भूमिका का निर्माण किया। उक्त बांते बुधवार की शाम माघमेला में विहिप के शिविर में काशी प्रान्त दुर्गा वाहिनी का दो दिवसीय प्रशिक्षण शिविर के उद्घाटन सत्र को सम्बोधित करते हुए केन्द्रीय मंत्री अशोक तिवारी ने कही।
उन्होंने कहा कि मातृ शक्ति के बल पर समाज में टूटते हुए परिवारों को जोड़ा जा सकता है। इस राष्ट्र की पहचान संस्कारित परिवारों से रही है। जिसका श्रेय माताओं, बहनों को दिया जाता रहा है। पूरे दुनिया में हमारी श्रेष्ठ संस्कृति मातृशक्ति इसका आधार रहीं है। सभी युगो में माताओं, बहनों ने समाज में बहुत बड़ी भूमिका का निर्माण किया है। समाज के सभी बड़े विषयों में इनकी हिस्सेदारी रही है, जिसका उल्लेख अनेकों ग्रंथों में मिलता है। आज पश्चिम के प्रभाव के कारण हमारी संस्कृति पर दुष्प्रभाव पड़ रहा है। वहां पर नारी स्वतंत्रता का अर्थ बिल्कुल विपरीत है जबकि इस राष्ट्र में माताओं को नौनिहाल बच्चों की प्रथम शिक्षिका कहा गया है। आए हुए सभी माताओं, बहनों की यह जिम्मेदारी है कि आज समाज में चल रहे अनेकों प्रकार के कुरीतियों के प्रति माताओं, बहनों का जागरण करें और अपने श्रेष्ठ संस्कृति के संरक्षण एवं संवर्धन में सहयोग करें

दूसरे सत्र में क्षेत्र संगठन मंत्री पूर्वी उत्तर प्रदेश अंबरीश सिंह ने कहा कि अन्य धर्मों की अपेक्षा हिंदू समाज में माताओं, बहनों को सर्वोच्च स्थान प्राप्त है। हमारे यहां कन्याओं की पूजा होती है। मातृशक्ति को देवी के रूप में पूजा जाता है। आज यह कह देना की स्वतंत्रता केवल पश्चिम में है, यह अतिशयोक्ति होगी अन्य धर्मों में आज महिलाएं अपने अधिकार के लिए आंदोलन कर रही हैं। जबकि हिंदू समाज में सारे निर्णय में मातृशक्ति की भूमिका होती है आज समाज के सामने जो भी ज्वलंत विषय हैं। उन सब पर चिंतन करना समाज में जागरण करना समाज के लिए आवश्यक सी.ए.ए बिल के विषय में जागरूकता करना हिंदू समाज से जातिगत भाव मिटा कर हम सब हिंदू एक हैं। इस नाते समाज में समरस भाव पैदा करना इसके लिए कार्य योजना बनाना और अपना लक्ष्य तय करना।

प्रांत संगठन मंत्री मुकेश कुमार ने कहां की आई हुई मातृशक्ति दुर्गा वाहिनी की बहनों को संगठन विस्तार लक्ष्य तय करना है। दुर्गा वाहिनी की इकाई मोहल्ले स्तर पर हो, जिससे संगठन का नेटवर्क घर-घर हो और हिंदू समाज पर होने वाले आक्रमणों का जवाब प्रतिकार के रूप में तत्काल मिले। गौ, गंगा का सम्मान हो, हिंदू समाज का जागरण हो एवं संस्कृति का संवर्धन हो।

काशी प्रांत के 19 जिलों से 150 मातृशक्ति एवं दुर्गा वाहिनी के बहने प्रतिनिधि के रूप में उपस्थित है जिसमें प्रमुख रुप से दिव्या सिंह, रिता, कमला मिश्र, एवं सुनीता ने सभी को संबोधित किया!

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