विमलेश मिश्र
प्रयागराज ! वात्सल्य सेवा समिति प्रयागराज ने कहा कि इस बार दीवाली में आप चीन निर्मित सामग्रियों का बहिष्कार करें और गाय के गोबर से निर्मित दिये से मां लक्ष्मी और भगवान गणेश का पूजन अर्चन करें । प्रयागराज के वात्सल्य सेवा समिति की ओर से इस तरह का अद्भुत दिया तैयार किया गया है। पूजा ही नहीं बल्कि इस दिये से घरों को भी रोशन कर सकते हैं । पिछले 15 दिनों से बड़ी संख्या में महिलाएं काम में जुटी हुई हैं । खास तो यह है कि इस दिये को भारत ही नहीं दूसरे देशों में भी भेजा जायेगा । ताकि दूसरे देशों में रहने वाले भारतीय मूल के लोग भी संगमनगरी के इस दीये से दीवाली पूजा कर सकें । सिविल लाइन्स स्थित वात्सल्य सेवा समिति परिसर में इस दिये की प्रदर्शनी लगाई गई है । इस सम्बन्ध में बुधवार को समिति की अध्यक्ष व वात्सल्य हॉस्पिटल की निदेशक डॉ 0 कीर्तिका अग्रवाल ने पत्रकार वार्ता की । उन्होंने बताया कि हिन्दू रीति – रिवाज के अनुसार , पूजा पाठ में गाय का गोबर शुद्ध माना गया है । दीवाली में लोग चाइनीज झालरों आदि से अपने घरों को सजाते हैं . हम सभी को मिलकर इसका बहिष्कार करना होगा , अपने देश में निर्मित चीजों का प्रयोग करना होगा । उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का महिलाओं को जो आत्मनिर्भर बनाने का सपना है वह इससे पूरा होगा व मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के गो रक्षा अभियान को भी बल मिलेगा । इस कार्य में हमने सभी महिलाओं को शामिल किया है । इसके पूर्व दिया प्रदर्शनी का शुभारम्भ किया गया । इसमें क्षेत्र प्रचारक अनिल जी , प्रान्त प्रचारक रमेश जी , विभाग प्रचारक कृष्ण चंद्र समेत अन्य लोगों के साथ दीप द्विवेदी , सूर्यकान्त , चन्द्रशेखर आदि मौजूद थे तथा कार्यकम में उपस्थित वात्सल्य हॉस्पिटल के निदेशक डॉ 0 नीरज अग्रवाल ने बताया कि महिलाएं आत्मनिर्भर रहेंगी तभी अपनी आने वाली पीढ़ी को आत्मनिर्भर रहने की प्रेरणा देगीं । डॉ 0 कीर्तिका ने बताया कि यह दीया शुद्ध गाय के गोबर से बनाया गया है । गोबर को सुखाकर , पाउडर व मुल्तानी मिट्टी , गंगा की शुद्ध मिट्टी , संगम का जल भी मिश्रित किया गया है । दिया आकर्षक हो इसके लिए बाहर से कई सांचे व अन्य संसाधन भी मंगाए गए हैं । धूप में सुखाकर इन्हे कलर भी किया जा रहा है ताकि इनकी सुन्दरता और अधिक बढ़ जाए । यह स्वास्थ्य के लिए भी लाभकारी साबित होगा ।