दिल्ली में बढ़ी हिंसा, पुलिसकर्मी शहीद, गोली लगने से पांच मरे

नागरिकता संशोधन कानून (सीएए)  के विरोध में दिल्‍ली रविवार के बाद सोमवार को भी अशांत दिखी। सोमवार को उपद्रवियों ने भजनपुरा में पेट्रोल पंप सहित दो दर्जन दुकानों और घरों को आग लगा दी। इस दौरान गोली लगने से पुलिसकर्मी रतन लाल शहीद हो गए। दो दर्जन से अधिक लोग जख्मी हो गए हैं। घायलों में डीसीपी शाहदरा अमित शर्मा सहित कई पुलिसकर्मी भी शामिल हैं। पुलिस आयुक्त ने उत्तर-पूर्व जिले के दस थाना क्षेत्रों में क‌र्फ्यू लगा दिया है। दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है। अब तक हिंसा में पांच लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है।

रविवार को जाफराबाद रोड और मौजपुर में हुई थी हिंसा

रविवार को जाफराबाद रोड पर मौजपुर में सीएए विरोधियों और समर्थकों के बीच पथराव के बाद देर रात करावल नगर में शेरपुर चौक पर पथराव व आगजनी की घटना हुई थी, जिसे काबू कर लिया गया था। लेकिन, सोमवार दोपहर 11 बजे एक बार फिर मौजपुर चौक पर सीएए के विरोध में बड़ी संख्या में लोग एकत्र हो गए।पूर्वी दिल्ली के डीसीपी इन लोगों को समझाने का प्रयास कर ही रहे थे कि करीब 12 बजे कबीर नगर की तरफ से पहुंचे सीएए विरोधियों ने पुलिस पर पथराव शुरू कर दिया। पत्थरबाजों की संख्या अधिक होने की वजह से पुलिस को कदम पीछे खींचने पड़े। कुछ ही देर में सीएए का समर्थन करने वाले लोगों ने जवाबी पत्थरबाजी शुरू कर दी।इस दौरान सीबीएसई बोर्ड परीक्षा देकर लौटे छात्र भी पत्थरबाजों के बीच फंस गए, जिसमें कुछ छात्र जख्मी भी हुए। हालांकि, पुलिसकर्मियों के साथ ही कुछ प्रदर्शनकारियों ने भी छात्रों को सुरक्षित घरों में पहुंचाने का काम किया। दोपहर एक बजे तक हालात इस कदर बेकाबू हो गए कि 50 मीटर की दूरी से दोनों पक्ष एक दूसरे पर पत्थर बरसाने लगे। कबीर नगर क्षेत्र में पुलिसकर्मियों पर कांच की बोतलें फेंकी जा रही थीं, जिसमें ज्वलनशील पदार्थ और मिर्ची पाउडर भरा था।इधर बवाल बढ़ता देख मौके पर पहुंचे अ‌र्द्धसैनिक बलों के जवानों ने मोर्चा संभालते हुए उपद्रवियों को खदेड़ दिया, लेकिन कुछ ही देर बाद विजय पार्क के पास फिर सीएए विरोधी पथराव करने लगे। पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े, लेकिन प्रदर्शनकारी गैस का असर कम होते ही फिर आ जा रहे थे। करीब तीन बजे मौजपुर और आसपास के क्षेत्र से पहुंचे सीएए समर्थकों व जाफराबाद के लोगों में पथराव व गोलीबारी शुरू हो गई।इस बीच जाफराबाद रोड और करावल नगर में शेरपुर चौक पर दुकानों व घरों में आगजनी शुरू हो गई। शाम तक एक दर्जन घरों व दुकानों को आग के हवाले किया जा चुका था। दर्जनों वाहनों को भी फूंका जा चुका था। तमाम प्रयास के बावजूद उपद्रवी काबू नहीं आ रहे थे। आगजनी की घटना के करीब एक घंटे बाद भी फायर ब्रिगेड के वाहन घटनास्थल पर नहीं पहुंच सके थे। दुकानों में लगी आग को स्थानीय लोग खुद ही बुझाने का प्रयास कर रहे थे।

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