दिल्ली में डेंगू के मामलों ने तोड़ा दस साल का रिकार्ड,

 राजधानी में डेंगू के 285 नए मरीजों की पुष्टि हुई है। इससे इस वर्ष कुल मरीजों का आंकड़ा नौ हजार पार कर गया है। अब तक राजधानी में नौ हजार 260 मरीजों की पुष्टि हो चुकी है। वहीं, दिसंबर माह में इससे नया रिकार्ड भी बन गया है, क्योंकि अब तक दिसंबर माह में इतने मरीज कभी नहीं आए। जबकि नौ हजार 260 में से 984 मरीज अकेले दिसंबर माह के ही है। इससे पूर्व बीते वर्षों में अधिकतम 250 मरीज ही सामने आए थे।मच्छरजनित बीमारियों के आंकड़े संकलन की नोडल एजेंसी दक्षिणी निगम की रिपोर्ट के अनुसार बीते एक सप्ताह में डेंगू के 285 मरीज सामने आए हैं जबकि मलेरिया और चिकनगुनिया का कोई नया मरीज नहीं आया है। बीते एक सप्ताह में डेंगू के सर्वाधिक मरीज उत्तरी निगम क्षेत्र से आए हैं। इसमें 72 नए मरीजों की पुष्टि हुई है। इसके बाद दक्षिणी निगम क्षेत्र में 71 तो पूर्वी नगर निगम क्षेत्र से 42 मरीजों की पुष्टि हुई है। नई दिल्ली नगर पालिका परिषद (एनडीएमसी) इलाके से एक, दिल्ली कैंट इलाके से चार तो रेलेवे इलाके से दो मरीज सामने आए हैं। वहीं, 93 मरीज ऐसे हैं जिनके पते की पुष्टि नहीं हुई।राजधानी में डेंगू के लगातार मरीजों के सामने आने के कई कारण हैं। इसमें सबसे पहला कारण लोगों की लापरवाही भी हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि लोग घर में पौधों और ऐसे स्थानों का पानी नहीं बदल रहे हैं जो कि पांच से छह दिन अधिक हो गया है। ठंड होने पर अक्सर मच्छरों की उत्पत्ति कम हो जाती है। वातावरण में तापमान तो कम हो रहा है, लेकिन घरों में उपयोग होने वाले हीटर से मच्छरों की उत्पत्ति के अनुकुल माहौल मिल रहा है। ऐसे में सजगता की जरुरत हैं और ऐसे स्थानों की पहचान करने की आवश्यकता है जहां पर पानी चार दिनों से अधिक बिना ढके रखा हो।दिल्ली नगर निगम के पूर्व जनस्वास्थ्य अधिकारी डा. केएन तिवारी ने कहा कि अक्सर दीपावली के बाद डेंगू के मच्छर की उत्पत्ति कम हो जाती थी, लेकिन अब भी मरीज सामने आ रहे हैं जो यह भी आशंका है कि डेंगू का कोई नया स्ट्रेन आया हो। वहीं, घरों में हीटर का बढ़ता उपयोग भी इसकी एक वजह हो सकता है।

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