दिल्ली विधानसभा के अगले महीने होने वाले चुनाव में कई नेताओं के परिजन मैदान में उतरे हैं जिनमें उनकी पत्नियां, बेटियां, पुत्रवधू और बेटे तथा भाई शामिल हैं। कांग्रेस ने सबसे ज्यादा नेताओं के वंशजों को उतारा है। कालकाजी से कांग्रेस की उम्मीदवार शिवानी चोपड़ा दिल्ली प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सुभाष चोपड़ा की बेटी हैं, वहीं दिल्ली के पूर्व विधानसभा अध्यक्ष योगानंद शास्त्री की बेटी प्रियंका सिंह आर के पुरम सीट से किस्मत आजमा रही हैं। दिल्ली कांग्रेस के प्रचार समिति प्रमुख कीर्ति आजाद की पत्नी पूनम आजाद को संगम विहार से कांग्रेस ने अपना ने प्रत्याशी बनाया है। उनका मुकाबला आप विधायक दिनेश मोहनिया तथा जदयू के एस सी एल गुप्ता से होगा। पूनम (53) ने 2003 के विधानसभा चुनाव में भाजपा के टिकट पर दिल्ली की तत्कालीन मुख्यमंत्री शीला दीक्षित के खिलाफ ताल ठोकी थी और हार गयी थीं।
पहले दो कार्यकाल में महरौली सीट से विधायक निर्वाचित हुए शास्त्री तीसरे कार्यकाल में मालवीय नगर से किस्मत आजमा रहे हैं। भाजपा में भी राजनीतिक परिवारों की नयी पीढ़ियां किस्मत आजमा रही हैं। तिलक नगर से पार्टी ने राजीव बब्बर को उतारा है। वह तीन बार विधायक चुने गये ओ पी बब्बर के बेटे हैं। ओ पी बब्बर तीन बार तिलक नगर सीट से विधायक रहे हैं। दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री साहिब सिंह वर्मा के भाई आजाद सिंह मुंडका से भाजपा उम्मीदवार हैं। वह पश्चिम दिल्ली के लोकसभा सदस्य प्रवेश साहिब सिंह वर्मा के चाचा भी हैं। आम आदमी पार्टी ने दिल्ली के पूर्व मंत्री जितेंद्र सिंह तोमर की पत्नी प्रीति तोमर को अपना उम्मीदवार बनाया है। पहले जितेंद्र के नाम की घोषणा हुई थी लेकिन 2015 के विधानसभा चुनाव के लिए नामांकन दाखिल करने में शैक्षणिक योग्यता के संबंध में झूठी जानकारी देने पर दिल्ली उच्च न्यायालय ने उनके निर्वाचन को हाल ही में समाप्त कर दिया था जिसके बाद अंतिम मौके पर प्रीति की उम्मीदवारी की घोषणा की गयी।