अमेरिकी राष्ट्रपति पद के लिए हुए चुनाव के नतीजे को लेकर दुनिया भर में उत्सुकता है और विभिन्न देशों में लोग बेसब्री से चुनाव परिणाम की प्रतीक्षा कर रहे हैं। महीनों से दुनिया भर में अनुमान लगाया जा रहा था कि राष्ट्रपति चुनाव में किसे जीत मिलेगी। मुकाबले के रोमांचक होने के साथ ही लोगों में परिणाम को लेकर उत्सुकता बढ़ती जा रही है। यूरोपीय संघ की विदेश नीति के प्रमुख जोसेप बोरेल ने कहा कि व्हाइट हाउस के लिए नजदीकी मुकाबले को देखते हुए हमें थोड़ा धैर्य रखना होगा। बोरेल ने स्पेनिश नेशनल टेलीविजन से कहा, ‘‘अमेरिकी प्रणाली में आखिरी वोट भी मायने रखता है, और आखिरी वोट भी परिणाम को बदल देता है। दुनिया भर के नेता आमतौर पर परिणाम को लेकर टिप्पणी करने से परहेज कर रहे हैं। हालांकि नतीजे को लेकर बने संशय से विदेशों में चिंताएं भी पैदा हो रही हैं कि विजेता घोषित होने के बाद अमेरिका में लंबे समय तक आंतरिक संघर्ष बना रह सकता है। जर्मनी के रक्षा मंत्री ए सी कारेनबाउर ने कहा कि अब परिणाम की वैधता को लेकर लड़ाई शुरू हो गयी है। उन्होंने कहा, ‘‘यह एक बहुत ही विस्फोटक स्थिति है… यह अमेरिका में संवैधानिक संकट का कारण बन सकता है। यह निश्चित रूप से हमें चिंतित करेगा। चुनाव परिणाम में देरी का असर वित्तीय बाजारों में देखा जा रहा है और इससे निवेशकों की धारणा भी प्रभावित हुई है। कुछ सूचकांकों में वृद्धि हुयी है वहीं कुछ नीचे चले गए हैं।
You are here
Related posts
-
पैसा और हथियार दोनों गंवाया, पहलगाम के जरिए पाकिस्तान ने कैसे मार ली पैर पर कुल्हाड़ी
जम्मू और कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद पूरी दुनिया भारत के साथ... -
पहलगाम हमले पर समर्थन के लिए पीएम मोदी ने ट्रंप को दिया धन्यवाद
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पहलगाम आतंकी हमलों के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा दिए गए... -
पोप फ्रांसिस के निधन पर हमास ने चौंकाया, जारी किया बयान
दुनिया के सबसे बड़े धार्मिक नेता पोप फ्रांसि का 21 अप्रैल को 88 वर्ष की आयु...