डॉ लक्ष्मी नारायण लाल द्वारा लिखित ’’व्यक्तिगत’’ नाट्य का हुआ मंचन

प्रयागराज ! उत्तर मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र, प्रयागराज, द्वारा संस्कृति मंत्रालय, भारत सरकार के नाट्य प्रोत्साहन योजना के अंतर्गत केन्द्र की मासिक नाट्य योजना श्रंखला में दिनांक 26 नवम्बर  को सायं 6 बजे से केन्द्र के प्रेक्षागृह में डॉ0 लक्ष्मी नारायण लाल द्वारा लिखित एवं युवा निर्देशक शिव गुप्ता प्रयागराज द्वारा निर्देशित नाटक ’’व्यक्तिगत’’ का मंचन किया गया। डॉ0 लाल ने यह नाटक 70 के दशक के मध्य में लिखा था। इस नाटक के माध्यम से यह दर्शाया गया है। कि व्यक्ति का अन्तरद्वंद स्वयं के साथ और दूसरों के साथ जीवन भर चलता रहता है, साथ ही पति (मैं) और पत्नी (वो) कैसे आपसी सम्बन्ध में सामंजस्य बनाने की कोशिश करते हैं, कैसे एक-दूसरे के साथ कभी दिखावटी, कभी रूढ़िवादी तो कभी आजाद ख्याल के होते जाते हैं सुविधा अनुसार। लेखक ने जिस भौतिकवादी दुनिया की कल्पना 70 के दशक में की, उसमें निरन्तर ही विकास होता जा रहा है। मंच पर अजीत बहादुर, रूपा सहाय, आकाश अग्रवाल ’’चर्चित’’, साम्भवी शुक्ला, ने अपनी सराहनीय भूमिका का प्रदर्शन किया। मंच से परे, मंच परिकल्पना एवं निर्देशन शिव गुप्ता, प्रकाश परिकल्पना सुजॉय घोषाल, ध्वनि संयोजन हरमेन्द्र सरताज, रूप सज्जा रूपा सहाय ने किया था।
नाटक ने दर्शकों को खूब लुभाया और दर्शकों ने नाटक की भूरी-भूरी प्रशंसा की। कार्यक्रम का संचालन युवा संचालिका हिमानी रावत के द्वारा किया गया।

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