प्रयागराज: प्रो.राजेन्द्र सिंह(रज्जू भैया)शिक्षा प्रसार समिति द्वारा संचालित ज्वाला देवी सरस्वती विद्या मंदिर इन्टर कॉलेज गंगापुरी रसूलाबाद प्रयागराज के मीडिया प्रभारी दीपक कुमार मिश्र की विज्ञप्ति के अनुसार सत्र 2024-25 को इंटरमीडिएट बोर्ड के विद्यार्थियों का आशीर्वचन समारोह दिनांक 17 फरवरी 2025 को विद्यालय के रज्जू भैया सभागार में रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ सम्पन्न हुआ।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रुप में डॉ. राजेश गर्ग जी ,अध्यक्ष के रूप में प्रो. रविप्रकाश त्रिपाठी जी उपस्थित रहे।
कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि द्वारा मां सरस्वती के समक्ष दीपार्चन व पुष्पार्चन कर किया गया।
विद्यालय के प्रधानाचार्य युगल किशोर मिश्र ने अतिथियों का परिचय व सम्मान कराया। इस अवसर पर विद्यार्थियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि परीक्षा को ही जीवन की अंतिम परीक्षा नहीं मान लेना चाहिए। अपने लक्ष्य को अपने सामर्थ्य के अनुसार निर्धारित कर उसे प्राप्त करने के लिए ईमानदारी पूर्वक प्रयास करना चाहिए। साथ ही परीक्षा के समय होने वाली गलतियों को कैसे दूर करें इस पर विस्तृत रूप से छात्र/छात्राओं का मार्गदर्शन किया एवं भविष्य में मजबूत कदम के साथ आगे बढ़ने का आशीर्वाद दिया।
कार्यक्रम की अगली कड़ी में एकादश के विद्यार्थियों ने अपने वरिष्ठ भैया एवं बहनों के लिए मनमोहक एवं हृदय स्पर्शी गीत एवं भजन प्रस्तुत किया। द्वादश के विद्यार्थियों ने विद्यालय में बिताए गए अपने पलों को भावुकता पूर्ण तरीके से अपने विचारों के माध्यम से प्रस्तुत किया। एकादश के छात्र शिवांश चौरसिया, छात्रा अनुष्का तिवारी ,पलक कुशवाहा तथा द्वादश की छात्रा श्रेया मिश्रा के विचारों को सुनकर उपस्थित सभी छात्रों एवं आचार्य /आचार्या की आखें नम हो गईं। बहन सिद्धिका तिवारी ने स्वागत गीत तथा विद्यालय की आचार्या रोली मालवीय ने विदाई गीत प्रस्तुत किया।
मुख्य अतिथि जी ने अपने उद्बोधन में विद्यार्थियों को आशीर्वचन प्रदान करते हुए कहा कि मुझे विश्वास है कि विद्या भारती के विद्यार्थी अपने मेधा शक्ति,संस्कृति ,संस्कार एवं चरित्र से निःसंदेह भारत माता को सिरमौर बनायेंगे। महात्मा बुद्ध जी के प्रेरणादाई प्रेरक प्रसंग को सुनाते हुए कहा कि आशा है आप भी अपने ज्ञान व संस्कार के प्रकाश से संसार को प्रकाशित करेंगे।
कार्यक्रम अध्यक्ष जी ने विद्यार्थियों को आशीर्वाद देते हुए कहा कि कम संसाधन में भी अपने कठिन परिश्रम व लगन द्वारा लक्ष्य को प्राप्त किया जा सकता है। किन्तु इस लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए समय प्रबन्धन की नितान्त आवश्यकता है। जीवन में अनेक उतार चढ़ाव आते रहेंगें किन्तु हमेशा धैर्यपूर्वक सभी का सामना करना चाहिए। जीवन में आगे बढ़ने के लिए अपने शिक्षकों से हमेशा जुड़े रहें जिससे सफलता को आसानीपूर्वक प्राप्त किया जा सके।
विद्यालय के आचार्य उमेश चन्द्र मिश्र ने विद्यार्थियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि हम जहाँ भी रहें अपने नैतिक आचरण, व्यवहार व आदर्शों के द्वारा अपने परिवार, समाज, विद्यालय, शहर, प्रदेश व देश का प्रतिनिधित्व करते हुये अपने लक्ष्य को प्राप्त करें।
इस अवसर पर विद्यालय प्रबन्ध समिति के सभी सदस्यों तथा समस्त आचार्य/आचार्या परिवार ने भैया/बहिनों के उज्ज्वल भविष्य की कामना करते हुए आशीर्वाद प्रदान किया।
कार्यक्रम का संचालन विद्यालय के आचार्य सरोज सिंह एवं आचार्या रीता विश्वकर्मा ने किया। आभार ज्ञापन विद्यालय के वरिष्ठ आचार्य जनार्दन प्रसाद दुबे जी ने किया।
इस अवसर पर लालता प्रसाद जी, निर्मल कुमार द्विवेदी जी, रीतेश अग्रहरि जी, सेजल बाबू जी, चंद्रमौली त्रिपाठी जी, सन्तोष जी, धनंजय पाण्डेय जी तथा सभी अध्यापक /अध्यापिका उपस्थित रहे।कार्यक्रम का समापन एकादश के विद्यार्थियों द्वारा अपने वरिष्ठ भैया/ बहनों को उपहार प्रदान कर प्रीतिभोज के साथ सम्पन्न हुआ।