*रामलाल की प्राण प्रतिष्ठा के बाद हमलावर विपक्ष को मंत्री नन्दी ने दिया जवाब*
*राम राज्य का हो चुका है शुभारम्भ, आसुरी शक्तियों का समूल नाश निश्चित है*
*नकारात्मकता व नफरत की बुनियाद पर खड़ा है इंडी गठबंधन:नन्दी*
प्रयागराज ।
500 वर्षो के संघर्ष के बाद अयोध्या में प्रभु श्री रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद विपक्ष और अधिक हमलावर हो गया है। जिस पर उत्तर प्रदेश सरकार के औद्योगिक विकास मंत्री नन्द गोपाल गुप्ता नन्दी ने विपक्ष पर करारा प्रहार किया है। मंत्री नन्दी ने एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा है कि जो राम का नहीं वो किसी काम का नहीं।
मंत्री नन्दी ने एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा है कि हर गुजरते दिन के साथ यह एकदम स्पष्ट होता जा रहा है कि इंडी गठबंधन केवल और केवल नकारात्मकता व नफरत की बुनियाद पर खड़ा हुआ है। जनता द्वारा सिरे से नकार दी गई पार्टियाँ अपने-अपने परिवार का राजनैतिक अस्तित्व बचाने को लेकर एकजुट हुई हैं।
न कोई नेता, न कोई एजेण्डा, न कोई जनहित की बात। बस एक बात पर इन सबकी आम सहमति है और वह है हिन्दू आस्था पर चोट करना, सनातन को अपमानित करना और रामभक्तों की भावनाओं को ठेस पहुँचाना।
मंत्री नन्दी ने आगे लिखा है ऐसा लगता है कि इस गठबंधन पर आसुरी शक्तियों का प्रभाव है। प्राण-प्रतिष्ठा समारोह के सामूहिक बहिष्कार के बाद यह असलियत सबके सामने आ चुकी है। कांग्रेस, DMK, RJD और समाजवादी पार्टी के नेताओं के आपत्तिजनक बयानों के बाद अब पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने रामभक्तों को “काफिर” कहा है।
असल में पूरे देश में उत्साह, उत्सव, उल्लास और उमंग का माहौल देखकर इन नेताओं की रात की नींद गायब हो गयी है। इस तरह के बयान उसी बौखलाहट और बेचैनी का प्रमाण है।
लेकिन कहते हैं कि- “अब पछताये होत का जब चिड़िया चुग गयी खेत।” जो राम का नहीं वो किसी काम का नहीं। जनता इन रामद्रोहियों को सबक सिखाने के लिए कमर कस चुकी है।
प्रभु श्रीराम भव्यता के साथ अयोध्या धाम में विराजित हो चुके हैं। राम राज्य का शुभारम्भ हुआ है। राम राज्य में आसुरी शक्तियों का कोई स्थान नहीं है, उनका समूल नाश निश्चित है।