जयशंकर ने युगांडा के राष्ट्रपति से की मुलाकात,

विदेश मंत्री एस जयशंकर ने तीन दिवसीय दौरे के दौरान सोमवार को युगांडा के राष्ट्रपति योवेरी मुसेवेनी से रवाकितुरा में उनके फार्म हाउस में मुलाकात की। उन्होंने एनएएम की अध्यक्षता संभालने पर देश को बधाई दी। इस मुलाकात की जानकारी विदेश मंत्री ने ट्वीट कर दी। साथ ही विदेश मंत्री एस जयशंकर ने मंगलवार को युगांडा के अपने समकक्ष जनरल ओडोंगो जेजे से भी मुलाकात की। दोनों नेताओं ने इस दौरान दोनों देशों के बीच घनिष्ठ और ऐतिहासिक संबंधों पर चर्चा की। साथ ही और व्यापार, निवेश, ऊर्जा, रक्षा और वायु संपर्क पर भी वार्ता की गई।

जयशंकर ने ट्वीट किया, युगांडा के राष्ट्रपति मुसेवेनी से रवाकितुरा में उनके फार्म पर मुलाकात करने का सौभाग्य मिला। व्यापार और निवेश, बुनियादी ढांचे, ऊर्जा, रक्षा, स्वास्थ्य, डिजिटल और कृषि क्षेत्रों में सहयोग पर चर्चा की। एनएएम की अध्यक्षता संभालने पर युगांडा को बधाई दी और संयुक्त राष्ट्र सहित बहुपक्षीय मंचों पर हमारे मजबूत समन्वय की पुष्टि की। 2022 से 2025 तक की अवधि के लिए अफ्रीका की ओर से गुटनिरपेक्ष आंदोलन की अध्यक्षता करने के लिए युगांडा का समर्थन किया गया था।

तीन दिवसीय यात्रा के दौरान द्विपक्षीय संबंधों को बढ़ाने पर होगी चर्चा
विदेश मंत्री एस जयशंकर सोमवार को तीन दिवसीय राजनयिक यात्रा (10-12 अप्रैल) पर युगांडा पहुंचे। विदेश मंत्री जनरल जेजे ओडोंगो और रक्षा मंत्री एवं पूर्व सैनिक मामलों के मंत्री विन्सेंट सेम्पिज्जा ने उनका स्वागत किया। यात्रा के दौरान जयशंकर युगांडा के अपने समकक्ष के साथ प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता करेंगे।

द्विपक्षीय समझौता पर हस्ताक्षर होने की उम्मीद 
यात्रा के दौरान जयशंकर जिंजा में राष्ट्रीय फोरेंसिक विज्ञान विश्वविद्यालय (एनएफएसयू) के पारगमन परिसर का उद्घाटन करेंगे। भारत के बाहर एनएफएसयू के पहले कैंपस की स्थापना के लिए भारत और युगांडा के बीच एक द्विपक्षीय समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए जाने की संभावना है। वहीं, जयशंकर युगांडा में सौर ऊर्जा से चलने वाली जलापूर्ति परियोजना के शिलान्यास समारोह में भी शामिल होंगे।

संयुक्त आयोग की बैठक के 5वें सत्र की करेंगे सह-अध्यक्षता 
13 से 15 अप्रैल तक जयशंकर मोजांबिक जाएंगे। विदेश मंत्रालय के अनुसार, भारत के किसी विदेश मंत्री द्वारा मोजाम्बिक गणराज्य की यह पहली यात्रा होगी। यात्रा के दौरान वह मोजांबिक के शीर्ष नेतृत्व से मिलेंगे और विदेश मंत्री वेरोनिका मैकामो के साथ संयुक्त आयोग की बैठक के 5वें सत्र की सह-अध्यक्षता करेंगे। विदेश मंत्री के कई अन्य मंत्रियों और मोजांबिक की विधानसभा के प्रतिनिधियों से मिलने की उम्मीद है।

विदेश मंत्री ने युगांडा में तुलसी घाट प्रोजेक्ट किया लॉन्च
विदेश मंत्री ने कंपाला में वाराणसी के ‘तुलसी घाट रेस्टोरेशन प्रोजेक्ट्र’ की भी शुरुआत की। जयशंकर ने युगांडा स्थित भाजपा के मित्रों की दुनिया के सबसे पुराने जीवंत शहर को सुंदर बनाने वाली इस परियोजना की पहल की तारीफ की। जयशंकर ने कहा, नील नदी की धरती पर गंगा घाट बनाने की इनकी प्रतिबद्धता दो सभ्यताओं के संगम को दर्शाता है।

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