कौशाम्बी मंझनपुर कोतवाली के टेवा गांव में एक विवाहिता की आत्महत्या को 6 महीने बीत जाने के बाद भी मौत के जिम्मेदारों को पुलिस गिरफ्तार नहीं कर सकी है जबकि विवाहिता की मौत पर तमाम लोगों के बयान पुलिस दर्ज कर चुकी है इतना ही नहीं मौत के पहले का विवाहिता का वीडियो भी वायरल हो चुका है जिसमें विवाहिता ने परिजनों को जिम्मेदार ठहराया है लेकिन तमाम साक्ष्य को नजरअंदाज करते हुए विवाहिता की मौत के जिम्मेदारों की गिरफ्तारी से पुलिस किनारा काट रही है मंझनपुर कोतवाली क्षेत्र के उनो ग्राम सभा की सीमा देवी टेवा गांव में रहने लगी थी सीमा देवी की 19 जून को शाम को मौत हो गई सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने सीमा देवी की लाश को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया शव का परीक्षण करने के बाद चिकित्सकों ने सीमा देवी की मौत पर आत्महत्या की मुहर लगा दी
मृतक के पति और ससुराली जनों का कहना है कि सीमा देवी को उनके विरोधियों ने मौत के घाट उतारा है लेकिन पोस्टमार्टम रिपोर्ट में आत्महत्या स्पष्ट हो जाने के बाद अब उनके ससुर और पति की कहानी साफ तौर पर झूठी हो गई है आखिर विवाहिता की मौत पर उनके ससुर और पति झूठ बोलकर पुलिस को क्यों गुमराह कर रहे थे इसके पीछे उनकी क्या मंशा थी यह जांच का विषय है विवाहिता के साथ ससुराली जनों ने किस कारण से उसे प्रताड़ित किया कि विवाहिता को आत्महत्या करना पड़ा जिस दिन विवाहिता की मौत हुई उसके दो दिन पहले विवाहिता ने जहर खाकर जान देने का प्रयास किया था आसपास के लोगों को मामले की जानकारी हुई और विवाहिता को इलाज के लिए मंझनपुर के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया पुलिस के जांच और बयान के दौरान तमाम तक प्रकाश में आ चुके हैं लेकिन फिर भी दोषियों की गिरफ्तारी पुलिस नहीं कर सकती है
जहां इलाज के दौरान चिकित्सकों ने विवाहिता की जान बचा ली है घटना को छह महीने बीत जाने के बाद विवाहिता की मौत के जिम्मेदार की गिरफ्तारी ना होना तमाम सवाल छोड़ रहे हैं।