मुइफा नामक एक तूफान बुधवार को चीन के तट की ओर बढ़ते देखा गया है। इसके निंगबो बंदरगाह शहर के पास दस्तक देने का अनुमान जताया गया है। हांगकांग वेधशाला के मुताबिक, मुइफा तूफान के उत्तर-पूर्व की ओर बढ़ते समय अधिकतम 145 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं। इसके बाद यह शंघाई शहर के पूर्वी हिस्से की तरफ रुख करेगा और फिर चीन के पूर्वोत्तर तट पर स्थित जियांग्सू और शैंगडोंग प्रांतों की ओर जाएगा। इसे देखते हुए निंगबो हवाई अड्डे पर सभी उड़ानें रद्द कर दी गई हैं।
पीओके में पाकिस्तानी भ्रष्टाचार के खिलाफ रैली
बुधवार को पीओके स्थित गिलगित-बाल्टिस्तान के निवासियों ने राज्य में फैले भ्रष्टाचार के खिलाफ एक विरोध रैली आयोजित की। विरोध का एक कारण इस अवैध कब्जे वाले क्षेत्रों में वेतन भुगतान न होना व प्राकृतिक संसाधनों का गलत दोहन भी शामिल है। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि पाकिस्तान सरकार भ्रष्ट व्यवस्था को बढ़ाकर स्थानीय लोगों को उनके अधिकारों व पारिश्रमिक से वंचित कर रही है।
उन्होंने कहा, अब उनके पास सड़कों पर उतरने के अलावा कोई विकल्प नहीं बचा है। बिजली विभाग के कर्मचारियों ने सरकार के खिलाफ यह कहते हुए विरोध किया कि सरकार ने उन्हें पिछले दो वर्षों में एक बार भी उनका पूरा वेतन नहीं दिया है। यह भेदभाव का अकेला मामला नहीं है। क्षेत्र के लोग भी कई तरह से राज्य नियोजित अत्याचारों से पीड़ित हैं। शीर्ष पदों पर बैठे अधिकारी इस भ्रष्ट व्यवस्था में सरकार का साथ देते हैं।
गोलीबारी में इस्राइली अफसर और दो फलस्तीनी आतंकियों की मौत
इस्राइली कब्जे वाले पश्चिमी तट पर बुधवार को एक चौकी के समीप फलस्तीनी बंदूकधारियों के हमले में जबरदस्त फायरिंग हुई। इसमें एक इस्राइली सैन्य अधिकारी की मौत हो गई जबकि दो फलस्तीनी लड़ाकों की भी मौत हो गई। फलस्तीनी स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा, इस्राइली सेना के हाथों दो फलस्तीनी मारे गए हैं। उधर, इस्राइली सेना ने कहा कि उत्तर पश्चिमी तट पर दो लोग सीमा के पास आते दिखे, तभी सैनिकों को वहां भेजने पर संदिग्धों ने फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में दो फलस्तीनी आतंकी मारे गए जबकि एक इस्राइली अफसर मारा गया।
कई देशों की घरेलू राजनीति पर रूस ने खर्चे 30 करोड़ डॉलर
रूस ने 2014 से अब तक दो दर्जन से अधिक देशों में नेताओं तथा अन्य अधिकारियों को प्रभावित करने के लिए गोपनीय तरीके से 30 करोड़ डॉलर से ज्यादा खर्च किए हैं। अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने इस संबंध में खुफिया सूचना सार्वजनिक करते हुए यह जानकारी दी है। इस सूचना में दुनियाभर में रूस के प्रति हमदर्दी दिखाने वाली नीतियों और पार्टियों के समर्थन में मॉस्को द्वारा चलाए जा रहे गोपनीय अभियान की समीक्षा की गई है।
इसमें रूस द्वारा लक्षित किसी विशेष देश का नाम नहीं लिया गया, लेकिन बताया गया कि अमेरिका चुनिंदा देशों को खुफिया सूचना मुहैया करा रहा है। बाइडन प्रशासन की ओर से रूस के सैन्य और राजनीतिक लक्ष्यों का खुलासा करने का यह ताजा प्रयास है। इससे पहले यूक्रेन पर रूसी हमले की सटीक भविष्यवाणी की गई थी। राष्ट्रपति जो बाइडन के शीर्ष राष्ट्रीय सुरक्षा अधिकारियों में से कई के पास मॉस्को के विरुद्ध काम करने का अनुभव है।